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खुद को बचाने बेकसूर को बेट- हथौड़े से मारकर जलाई लाश, अब फांसी पर चढ़ेगा

शातिर अपराधी ने रचा षड्यंत्र, खजूरी में मकान किराए से लेकर दिया वारदात को अंजाम, सनसनीखेज हत्याकांड में 10 माह बाद फैसला

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भोपाल. खुद को बचाने के लिए शातिर अपराधी ने षड्यंत्र रचा। उसने एक बेकसूर को बेट हथौड़े से मारकर लाश जला दी। हालांकि अब यह अपराधी फांसी पर चढ़ेगा। कोर्ट ने उसे फांसी की सजा सुनाई है। सनसनीखेज हत्याकांड में कोर्ट का 10 माह में फैसला आ गया है।

गुना में बच्चे के अपहरण मामले में उम्र कैद की सजा काट रहे शातिर अपराधी रजत सैनी ने पैरोल पर छूटने के बाद खुद को बचाने के लिए एक और वारदात को अंजाम दिया था। ग्वालियर से आकर खजूरी में दोस्त की हत्या कर उसके शव को जला दिया। जिस मकान में शव बरामद हुआ था, उसे रजत ने किराए पर लिया था। खजूरी पुलिस ने मामले की कड़ियां मिलाई तो रजत सैनी पर शक की सुई घूमी। जिला अदालत में पदस्थ अपर सत्र न्यायाधीश धर्मेंद्र कुमार टाडा ने सोमवार को सैनी को तीन अलग-अलग धाराओं में आजीवन कारावास और फांसी की सजा सुनाई है।

पुलिस के अनुसार रजत ने बताया कि जेल में निरंजन मीणा से जानकारी हुई, उसकी मदद से राम निवास मीणा से 5 लाख का कर्ज लिया। रजत तकादे से परेशान होकर रामनिवास को ही मारना चाहता था, लेकिन ऐसा नहीं कर सका तो खुद को मरा साबित करने की साजिश रची। इसके लिए दोस्त रवि को फंसाना चाहता था।

मूल रूप से राघौगढ़ निवासी आरोपी ग्वालियर के केन्द्रीय जेल में निरुद्ध होकर पैरोल पर बाहर आया था। उसे फिर से जेल न जाना पड़े, इसलिए अपने आपको मृत साबित करने के लिए अमन दांगी को मार कर उसका चेहरा जला दिया, ताकि वह खुद को मरा साबित कर सके।

अपहरण में पैरोल, नकली गिरोह से तार
14 जुलाई 2022 को खजूरी सड़क थाने स्थित मकान नंबर 586 फंदा में बीएससी छात्र अमन दांगी की अधजली लाश मिली। इस कमरे को रजत ने किराए पर लिया था। रजत ने यहीं पर बैट और हथौड़े की मदद से अमन की हत्या की थी। रजत राघौगढ़ (गुना) में अपहरण के मामले में आजीवन कारावास की सजा पा चुका था। वह अभी पैरोल पर बाहर आया था। आरोपी पहले मेडिकल इक्विपमेंट बनाने वाली कंपनी में सुपरवाइजर था। आरोपी रजत से पुलिस ने 500-500 रुपए के 201 नकली नोट जब्त हुए। इससे पता चलता है कि उसके तार नकली नोट चलाने वाले गिरोह से भी जुड़े थे।