मास्टर प्लान की प्रस्तावित होशंगाबाद रोड से कटारा हिल्स तक 80 फीट रोड मुआवजे के लिए अटकी हुई है। सीपीए की इस 80 फीट रोड से अवधपुरी, साकेत नगर, बागसेवनिया, बागमुगलिया, कटारा हिल्स, बर्रई, लहारपुर की तरफ बसे रहवासी इलाकों तक सीधी एप्रोच रोड बननी है। आबादी अभी बागसवेनिया थाने के बगल से जाने वाले मार्ग का इस्तेमाल करती है, जो 7 किमी लंबा है। सीपीए की 80 फीट रोड बनने से ये दूरी 3 से 4 किमी में सिमट जाएगी।
कटारा हिल्स की ओर तैयार होने वाले प्रोजेक्ट सहित हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी तक पहुंचने के लिए अभी बागसेवनिया थाने के बगल से गुजरने वाली सड़क ही है। यहां बड़ी आबादी निवास करती है, जिसे कोलार और बीएचईएल तक पहुंचने के लिए चौड़ी रोड की कमी का सामना करना पड़ता है।
शहर के प्रमुख उपनगर के रूप में उभर कर सामने आए कोलार क्षेत्र के लिए समानांतर मार्ग की जरूरत है। गणपति एनक्लेव के पास से कोलार तक 80 फीट रोड का निर्माण किया जा सकता है। इस पर बीएमसी में एक सदन की सहमति भी बन चुकी है। इससे कोलार की आबादी को मुख्य शहर की तरफ आने के लिए एक अतिरिक्त मार्ग मिल जाएगा।
कोलार को हबीबगंज से सीधे जोडऩे वाली कलियासोत-हबीबगंज फोरलेन रोड का निर्माण लचर रवैये के कारण गति नहीं पकड़ पा रहा है। यदि ये सड़क तैयार हो जाए तो कोलार को होशंगाबाद और बीएचईएल से सीधी कनेक्टिविटी मिल सकती है। इसके अलावा कोलार से हबीबगंज तक आने वाले मार्ग की दूरी भी घटकर आधी रह जाएगी।
एसके मुद्गल, संयुक्त संचालक, टीएनसीपी