जानिए क्यों मनाया जाता है धनतेरस? – Dhanteras Kyu Manate Hai:
शास्त्रों के मुताबिक धनतेरस (Dhanteras Festival) के दिन भगवान धन्वंतरि का जन्म हुआ था। इसी दिन समुद्र मंथन के दौरान भगवान धन्वंतरि अपने साथ अमृत का कलश और आयुर्वेद लेकर प्रकट हुए थे. इसी कारण भगवान धन्वंतरि (Bhagwan Dhanwantari) को औषधी का जनक भी कहा जाता है। ऐसा माना जाता है कि धनतेरस (Dhan Teras) के दिन सोने-चांदी के बर्तन खरीदना भी शुभ होता है।
शास्त्रों के मुताबिक धनतेरस (Dhanteras Festival) के दिन भगवान धन्वंतरि का जन्म हुआ था। इसी दिन समुद्र मंथन के दौरान भगवान धन्वंतरि अपने साथ अमृत का कलश और आयुर्वेद लेकर प्रकट हुए थे. इसी कारण भगवान धन्वंतरि (Bhagwan Dhanwantari) को औषधी का जनक भी कहा जाता है। ऐसा माना जाता है कि धनतेरस (Dhan Teras) के दिन सोने-चांदी के बर्तन खरीदना भी शुभ होता है।
पूजा करने की विधि – Dhanteras Vrat Katha and Vidhi in Hindi:
धनतरेस पर धन्वंतरि और लक्ष्मी – गणेश (Laxmi Ganesh Puja Vidhi) की पूजा करने के लिए सबसे पहले एक लकड़ी का पाटा लें और उस पर स्वास्तिक का निशान बनाएं। और उसके बाद पाटे पर तेल का दिया जलाकर रख दें और आस-पास गंगाजल की छीटें लगाए. दीपक पर रोली और चावल का तिलक लगाएं। दीपक में थोड़ी सा मीठा डालकर भोग लगाएं फिर (Lakshmi Devi Puja )देवी लक्ष्मी और गणेश भगवान (Bhagwan Ganesh ) को कुछ पैसे चढ़ाएं। दीपक का आर्शीवाद लेकर दिए को मुख्य द्वार पर दक्षिण दिशा में रखें।
धनतरेस पर धन्वंतरि और लक्ष्मी – गणेश (Laxmi Ganesh Puja Vidhi) की पूजा करने के लिए सबसे पहले एक लकड़ी का पाटा लें और उस पर स्वास्तिक का निशान बनाएं। और उसके बाद पाटे पर तेल का दिया जलाकर रख दें और आस-पास गंगाजल की छीटें लगाए. दीपक पर रोली और चावल का तिलक लगाएं। दीपक में थोड़ी सा मीठा डालकर भोग लगाएं फिर (Lakshmi Devi Puja )देवी लक्ष्मी और गणेश भगवान (Bhagwan Ganesh ) को कुछ पैसे चढ़ाएं। दीपक का आर्शीवाद लेकर दिए को मुख्य द्वार पर दक्षिण दिशा में रखें।
इस मंत्र से भगवान धन्वंतरि का करें आह्ववान – Dhanteras Puja : Vidhi and Mantra :
‘देवान कृशान सुरसंघनि पीडितांगान, दृष्ट्वा दयालुर मृतं विपरीतु कामः पायोधि मंथन विधौ प्रकटौ भवधो, धन्वन्तरि: स भगवानवतात सदा नः ॐ धन्वन्तरि देवाय नमः ध्यानार्थे अक्षत पुष्पाणि समर्पयामि…’
‘देवान कृशान सुरसंघनि पीडितांगान, दृष्ट्वा दयालुर मृतं विपरीतु कामः पायोधि मंथन विधौ प्रकटौ भवधो, धन्वन्तरि: स भगवानवतात सदा नः ॐ धन्वन्तरि देवाय नमः ध्यानार्थे अक्षत पुष्पाणि समर्पयामि…’
जानिए Dhanteras पर कब करें किस चीज की खरीदारी :
– शाम को 15.51 बजे तक मशीन, औजार, कंप्यूटर खरीदें।
– शाम को 17.31 बजे तक जेवर, बर्तन, खिलौना, कपड़ा और स्टेशनरी खरीद सकते हैं।
– रात में आप 19.11 बजे तक घरेलू सामान खरीद सकते हैं।
– सुबह 7.33 बजे तक दवा और अनाज खरीद सकते हैं।
– सुबह 9.13 बजे तक वाहन, मशीन, कपड़ा, शेयर और घरेलू सामान।
– दोपहर में आप 14.12 बजे तक गाड़ी, गतिमान वस्तु और गैजेट खरीदें।
– शाम को 15.51 बजे तक मशीन, औजार, कंप्यूटर खरीदें।
– शाम को 17.31 बजे तक जेवर, बर्तन, खिलौना, कपड़ा और स्टेशनरी खरीद सकते हैं।
– रात में आप 19.11 बजे तक घरेलू सामान खरीद सकते हैं।
– सुबह 7.33 बजे तक दवा और अनाज खरीद सकते हैं।
– सुबह 9.13 बजे तक वाहन, मशीन, कपड़ा, शेयर और घरेलू सामान।
– दोपहर में आप 14.12 बजे तक गाड़ी, गतिमान वस्तु और गैजेट खरीदें।