माधुरी दया से प्रेम करने लगती है
नाटक में दिखाया कि लीला का पति सिंगार सिंह प्रतिदिन माधुरी नामक वेश्या के घर जाता है। इस पर लीला अपने पति के दोस्त दया कृष्ण से सिंगार को वापस लाने के लिए कहती है। वहीं जब दया सिंगार को लेने जाता है तो उसे भी माधुरी के घर जाना की आदत लग जाती है। माधुरी दया से प्रेम करने लगती है और दया भी उससे प्रेम का नाटक करना शुरू कर देता है। इधर सिंगार को दया से ईर्ष्या होने लगती है। माधुरी का व्यवहार भी सिंगार के प्रति रुखा हो जाता है। वहीं जब माधुरी को पता चलता है कि दया उससे प्रेम का नाटक कर रहा है, तो उसे गहरा आघात होता है और वो दया को एक पत्र छोड़कर चली जाती है। उस पत्र को पढ़ने के बाद दया को अपनी गलती का एहसास होता है, लेकिन तब तक देर हो चुकी होती है।