भारत के जाने-माने हृदयरोग विशेषज्ञ और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन में मानक महासचिव के तौर पर काम करने वाले डॉ केके अग्रवाल का कहना है कि देश में हर साल 24 लाख लोगों की मौत अचानक दिल का दौरा पड़ने से होती है, जिसमें से 17 लाख लोग ऐसे हैं, जो समय पर अस्पताल नहीं पहुंच पाते हैं और अगर ये लोग समय पर अस्पताल पहुंच जाएं तो इनमें से 12 लाख लोगों की जानें बचाई जा सकती है।