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मध्य प्रदेश में तेज बारिश से नदी-नाले उफान पर, सड़कें और रेल मार्ग डूबे, कई प्लाइट्स कैंसल

locationभोपालPublished: Jul 24, 2021 09:27:08 pm

Submitted by:

Faiz

मौसम विभाग की ओर से आगामी 24 घंटों के भीतर भारी से अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। प्रदेश के लगभग सभी नदी-नाले उफान पर हैं, जिससे जन जीवन खास प्रभावित हो रहा है।

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मध्य प्रदेश में तेज बारिश से नदी-नाले उफान पर, सड़कें और रेल मार्ग डूबे, कई प्लाइट्स कैंसल

भोपाल/ बंगाल की खाड़ी में बने लो प्रेशर के कारण मध्य प्रदेश के अधिकतर इलाकों में बारिश का सिलसिला जारी है। मौसम विभाग की ओर से आगामी 24 घंटों के भीतर भारी से अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। एक तरफ जहां राजधानी भोपाल में बीते 24 घंटों से रुक रुक कर तेज और मध्यम बारिश का सिलसिला जारी है, तो वहीं उज्जैन संभाग में रात भर तेज बारिश होने से शिप्रा नदी उफान पर आ गई है, जिससे नदी के नजदीकी इलाकों में बाढ़ के हालात बने हुए हैं। तो वहीं, बुरहानपुर में दूसरे दिन भी जारी बारिश से ताप्ती नदी उफान पर है। खतरे के निशान से चार मीटर ऊपर पानी पहुंच गया। बैतूल में हो रही बारिश का असर इस पर देखा जा रहा है।


क्या कहता है मौसम विभाग

मौसम विभाग द्वारा जारी आंकड़ों पर गौर करें, तो पिछले 24 घंटों के दौरान मानसून प्रदेशभर में सक्रीय है। रीवा, शहडोल, सागर, जबलपुर, होशंगाबाद, भोपाल, उज्जैन, चंबल और ग्वालियर संभागों से अब तक औसत से काफी ज्यादा बारिश दर्ज की गई है।


इन जिलों के लिये अलर्ट जारी

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वहीं, आगामी 24 घंटों में मौसम विभाग द्वारा भारी से अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही, कई इलाकों के लिये गरज-चमक के साथ तेज बिजली का भी अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विबाग द्वारा प्रदेश के रीवा, सतना, अनुपपुर, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, मंडला, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़ विदिशा, सीहौर, राजगढ़, बेतूल, बुरहानपुर, खंडवा, खरगौन, धार, देवास, आगर, अशोकनगर, और शिवपुरी जिले में भारी से अति भापरी बारिश का अवलर्ट जारी किया गया है।


तो आइये जानते हैं शनिवार को प्रदेश में बारिश के चलते किस तरह के हालात बने हुए हैं।


-दूसरे दिन भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है क्षिप्रा

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उज्जैन संभाग में रात भर तेज बारिश होने से शिप्रा नदी उफान पर आ गई है, जिससे नदी के नजदीकी इलाकों में बाढ़ के हालात बने हुए हैं। रामघाट पर स्थित सभी मंदिर डूबे हुए हैं। बारिश के दौरान यहां कई मंदिर जलमग्न हो गए हैं। हालांकि, बारिश बंद होने के बाद जल स्तर में कमी दर्ज की गई है। बीते 24 घंटे में यहां 1.2 इंच बारिश दर्ज की गई है।


-दूसरे दिन फिर उफान पर ताप्ती, खतरे के निशान से चार मीटर ऊपर बह रहा पानी

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बुरहानपुर. ताप्ती नदी दूसरे दिन फिर उफान पर बह निकली। खतरे के निशान से चार मीटर ऊपर पानी पहुंच गया। बैतूल में हो रही बारिश का असर इस पर देखा जा रहा है। बता दें कि, – ताप्ती नदी का खतरे का निशान 220 मीटर है, लेकिन शनिवार को 223.800 मीटर पर बह रही है। प्रशासन ने एहतियात के तौर पर राजघाट से जैनाबाद को जोड़ने वाले पुल पर आवागमन बंद कर दिया है। हालांकि अभी पुल नहीं डूबा है, दो फीट नीचे पानी अभी बह रहा है।


नदियों में तबदील हुईं खरगोन की सड़कें

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खरगोन में शहर समेत जिलेभर में शुक्रवार से बारिश का सिलसिला जारी है। रिमझिम बारिश के बीच शहर में हुई करीब दो घंटे तेज बरसात बाद शुक्रवार के बाद शनिवार को भी नाले उफान पर आ गए। सड़क पर बाढ़ के हालात उत्पन्न होने से इंदौर-इछापुर हाइवे की सड़क डूब गई। ट्रेंगल चौराहे पर घुटने तक पानी बहता रहा। हालांकि बारिश को लेकर खरगोन मुख्यालय सहित अन्य क्षेत्रों में इंतजार बना हुआ है।


खंडवा में बंद किये कई मार्ग

 

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खंडवा में भी शुक्रवार से हो रही बारिश का सिलसिला शनिवार को भी जारी देर रात से झमाझम बारिश दर्ज की जा रही है। निचले इलाकों में बरसात का पानी घरों में घुस गया है। जिले में पिछले 24 गंटों के दौरान 42 मि.मी बारिश दर्ज की गई है, जिसके चलते जिले में स्थित नदियां और नाले उफान पर आ गए हैं।फिलहाल, प्रशासन ने प्रभावित इलाकों को बंद कर दिया है। शहर में आने वाली तीन पुलियाओं से गुजरने वाले मार्ग भी पिछले 12 घंटों से बंद हैं।


कटनी में पुल के ऊपर से बह रहा है महानदी रहा है पानी

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कटनी जिला भी शनिवार तक बारिश के कारण काफी प्रभावित हो चुका है। जिले में लगातार दूसरे दिन भी तेज बारिश का सिलसिला जारी है, जिसके चलते यहां के नदी नाले भी उफान पर हैं। विजयराघवगढ़ स्थित महानदी उफान पर है। यहां पानी पुल के उपर बह रहा है। शनिवार शाम को पुल के दोनों तरफ कार व दूसरे वाहन पानी कम होने का इंतजार करते रहे। नागरिकों ने बताया कि पुल से एक फिर उपर पानी बह रहा है। वहीं, पुल से गुजरते समय एक ट्रक भी अनियंत्रित होकर नदी में जा गिरा है।


साल में पहली बार शुरु हुआ केदारेश्वर झरना

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रतलाम जिले में भी बारिश का खास असर देखा जा रहा है। सैलाना विकासखंड में जोरदार बारिश के बाद पहली बार केदारेश्वर झरना शुरु हो गया, जिसका सौंदर्य देखने वहां बड़ी संख्या में लोग इकट्ठे हो गए हैं। हालांकि, आसपास के क्षेत्र में तेज बारिश के चलते भयावह स्थिति उत्पन्न हो गई है।

 

भारी बारिश से गिरी घर की दीवार

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बुरहानपुर में भी भारी बारिश का सिलसिला जारी है। शहर में लगातार हो रही तेज बारिश के कारण गांधी चौक वार्ड में कच्चे मकान की दीवार गिर गई। गनीमत रही कि, हादसे के समय घर में कोई मौजूद नहीं था, जिसके चलते किसी तरह की जन हानि नहीं हुई। फिलहाल, नगर निगम द्वारा जरजर मकान का दूसरा हिस्सा भी गिरा दिया है, ताकि भविष्य के किसी भी हादसे से बचा जा सके।

 

जबलपुर में दो फ्लाइट का रूट डायवर्ट

जबलपुर जिले में बीते 18 घंटों से रिमझिम बारिश का दौर जारी है। आसमान में छाए घने बादलों ने डुमना एयरपोर्ट की विजिबिलिटी को इतना कम कर दिया है कि, दो फ्लाइट का रूट डायवर्ट करना पड़ा। दिल्ली-जबलपुर की इंडिगो फ्लाइट शनिवार सुबह निर्धारित समय 7.30 बजे पहुंची, लेकिन रनवे की विजिबिलिटी कम होने के चलते इसे लैंडिंग की अनुमति मिली। बाद में इसे डायवर्ट कर सुबह 9.30 बजे बनारस में लैंडिंग कराई गई। इसी तरह, स्पाइस जेट की मुंबई से जबलपुर आने वाली फ्लाइट को लखनऊ डायवर्ट किया गया। दोनों फ्लाइट के डायवर्ट होने से एयरपोर्ट पहुंचे यात्री और फ्लाइट से आने वाले यात्रियों को रिसीव करने गए परिजन घंटों परेशान हुए।

 

मध्य प्रदेश में इस तरह सक्रिय मानसून

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पूर्वी मध्य प्रदेश में मानसून पूरी तरह से सक्रिय है। इसके कारण अच्छी बारिश हो रही है और आगे भी जारी रहेगी। इसके साथ ही मध्य और पश्चिमी प्रदेश में हल्की बारिश होती रहेगी। भोपाल स्थित मौसम विभाग ने ये अनुमान लगाया है। 26 जुलाई तक ऐसा ही मौसम बना रहेगा।


5.8 किमी ऊपर चक्रवातीय गतिविधि

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वर्तमान में लो प्रेशर एरिया और अधिक प्रभावशाली होकर ओडिशा-बंगाल तट के पास बना हुआ है। यह समुद्र तल से करीब 5.8 किमी की ऊंचाई पर चक्रवातीय गतिविधि सक्रिय है। मानसून ट्रफ अनूपगढ़, सवाई माधवपुर, झांसी, रीवा, अंबिकापुर, चायबासा से होते हुए बंगाल की खाड़ी में निम्न दाब क्षेत्र से आगे पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी तक फैली है। एक Off-shore Trough महाराष्ट्र तट से उत्तरी केरल तट के समांतर सक्रिय है। साथ ही, दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान में चक्रवातीय गतिविधियां सक्रिय हैं।

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