
भोपाल. बड़े तालाब ( bada talab ) के फुल टैंक लेवल (एफटीएल) में 450 से ज्यादा अतिक्रमण पसर चुके हैं। इनमें 321 पक्के हैं। कई क्षेत्रों में मुनारों से छेड़छाड़ हुई है। खानूगांव, बहेटा, बोरवन, संजय नगर, भैंसाखेड़ी, लाउखेड़ी सहित अन्य इलाकों में 50 मीटर दायरे में अतिक्रमण चिह्नित हंै। सुंदरवन और चिरायु अस्पताल भी जद में हैं।
जिला प्रशासन की रिपोर्ट के अनुसार खानूगांव में 46 कब्जे हैं। हलालपुर में बोरवन (बूड़ाखेड़ा) में 121 कब्जे हैं। बेहटा में ओल्ड डेरी फार्म पर 72 और यहीं के राहुल नगर में 41 कब्जे हो चुके हैं। संजय नगर में 50 मीटर दायरे में गोदाम और झुग्गियां हैं।
तालाब ( bada talab bhopal ) में बनाई रिटेनिंग वॉल से बैरागढ़, खानूगांव की तरफ जलभराव की क्षमता कम हो गई है। इधर, व्हीलखेड़ा, बम्होरी और सेवनिया गौड़ में तालाब के 50 मीटर में अतिक्रमणों की भरमार है। टीटी नगर क्षेत्र भी अछूता नहीं है। तालाब किनारे कई अफसरों ने फार्म हाउस बना रखे हैं।
जलस्तर
1666.75 फीट बड़ा तालाब
508.60 मीटर केरवा डैम
496.00 मीटर कलियासोत डैम
452.50 मीटर
कोलार डैम
बड़ा तालाब: 30 घंटे में फिर जमा हुआ 12 अरब लीटर पानी
भदभदा गेट बंद करने के 30 घंटे बाद कोलांस नदी से अब तक 12 अरब लीटर पानी जमा हो चुका है। तालाब में 0.15 फीट यानी 42 मिलियन क्यूबिक फीट पानी आया है। यह 12 अरब लीटर होता है। तालाब का जल स्तर रविवार शाम एक बार फिर 1666.75 फीट पहुंच गया।
गौरतलब है कि शनिवार सुबह तालाब 1666.80 फीट के फुल टैंक लेवल पर था। सुबह साढ़े आठ बजे इसके दो गेट खोलने पड़े। 11 बजे गेट बंद होने के बाद फिर से पानी जमा होना शुरू हुआ। कोलांस की धार धीमी पडऩे से इस बार जल स्तर 1666.80 फीट पहुंच भी जाए तो भी गेट नहीं खोले जाएंगे।
मौसम विभाग दो दिन बाद नया सिस्टम बनने का दावा कर रहा है। कोलांस में फ्लो बढऩे पर ही दोबारा गेट खोलकर अतिरिक्त पानी निकाला जाएगा। भदभदा के गेट खोलने से कलियासोत जल स्तर एक दिन में तीन मीटर बढ़ा। गेट बंद होने के बाद कलियासोत का जल स्तर 496 मीटर पर रुक गया है। इसके फुल टैंक लेवल पर पहुुंचने में अभी 9.67 मीटर पानी की और दरकार है।
पांच गांव के किनारे पानी, प्रशासन ने एफटीएल जांचा
एसडीएम टीटी नगर रविवार को दामखेड़ा, व्हीलखेड़ा, आमखेड़ा, गौरा और सेवनियां गौड़ गांव तक फैले बड़े तालाब को देखने पहुंचे। टीम ने पानी की स्थिति का आकलन किया और स्पॉट पर ही राजस्व नक्शे में मार्क किया। एसडीएम संजय श्रीवास्तव दावा है कि मुनारें व्यवस्थित हैं। सेवनियां गौड़ गांव में पानी का स्तर एफटीएल के अनुसार सही है। गौरा गांव के कुछ खेतों तक पानी पहुंचा है।
इन क्षेत्रों में अतिक्रमण ने तालाब को लीला
खानूगांव क्षेत्र में नेताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं, रसूखदारों के निर्माण हैं। यहां मैरिज गार्डन, मकान और शैक्षणिक संस्थान हैं।
बैरागढ़ क्षेत्र में हेल्थ सेंटर की अनुमति पर मैरिज गार्डन खोल दिए गए हैं। बहेटा, भैंसाखेड़ी, बोरवन एरिया में बड़ी संख्या में तालाब के कैचमेंट में निर्माण हैं।
नीलबड़ व सूरज नगर में कैचमेंट एरिया में खेती हो रही है। यहां लगातार कच्चे-पक्के निर्माण बढ़ते जा रहे हैं।
Published on:
12 Aug 2019 08:26 am
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