यह भी पढ़ें— बंदर फैला रहे खतरनाक बीमारी, एमपी में पसरा रोग, दो बच्चों की दर्दनाक मौत
किसान संगठनों का भी कहना है शादी ब्याह के लिए किसानों को पैसों की सख्त जरूरत है लेकिन व्यापारी आचार संहिता का बहाना बनाकर उनका पैसा रोक रहे हैं। इधर इस मामले में मंडी सचिव का कहना है कि नकद भुगतान करते रहने के लिए कलेक्टर को पत्र लिख दिया है।
लोकसभा चुनाव की आचार संहिता से मंडी में फसल बेचने वाले किसान सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। उन्हें नकद भुगतान नहीं किया जा रहा है। किसानों को नियमानुसार दो लाख रुपये तक नकद ही देने का प्रावधान है। किसानों ने शिकायत की है कि दो-तीन दिन से व्यापारियों ने नकद भुगतान बंद कर दिया है।
यह भी पढ़ें—ऐसी भी होती है बेटी! पिता का बेदर्दी से कत्ल किया, लाश के पास इत्मिनान से करती रही नाश्ता
इधर व्यापारियों का कहना है कि आचार संहिता लगने के बाद उन्हें अपना रुपया जब्त कर लेने की आशंका है। इसी वजह से उन्होंने नकद रुपया अपने साथ लाना ही बंद कर दिया है। एक व्यापारी को करीब 10 लाख रुपए नकद रखने ही पड़ते हैं लेकिन इतना पैसा लेकर चलना उनकी परेशानी का सबब बन सकता है। विवाद के बाद व्यापारियों ने बैंक खातों से भुगतान का निर्णय ले लिया है।