21 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

खुशखबरी! दिवाली से पहले मिला तोहफा, लेकिन सिर्फ ये किसान ही ले सकेंगे लाभ

दीपावली से पहले सरकार ने किसानों को बड़ी सौगात दी है। आज से मध्यप्रदेश में 4892 रुपए समर्थन मूल्य की दर से सोयाबीन की खरीदी शुरू हो गई है।

2 min read
Google source verification
soyabin msp

Soybean MSP : दीपावली से पहले सरकार ने किसानों को बड़ी सौगात दी है। आज से मध्यप्रदेश में 4892 रुपए समर्थन मूल्य की दर से सोयाबीन की खरीदी शुरू हो गई है। इसके लिए प्रदेश में 1400 केंद्र बनाए गए है। बाजार के उतार-चढाब और बिचौलियों की समस्या से छुटकारा पाने के उद्देश्य से ऑनलाइन पंजीयन की प्रक्रिया सितंबर माह से ही शुरू हो गई थी। वहीं सीएम डॉ. मोहन यादव(CM Mohan Yadav) ने संबंधित अधिकारीयों को संवेदनशीलता से काम करने के निर्देश दिए है। ताकि किसानों को किसी तरह की परेशानी न हो सके।

ये भी पढें - कुछ भी हो.. साहब कुर्सी से नहीं उठते, विकलांग महिला को व्हील चेयर पर बैठाकर पहली मंजिल पर लाया गया

आज से शुरू हुई प्रक्रिया

मध्यप्रदेश में आज से किसान एमएसपी की दर पर अपने सोयाबीन(Soybean MSP) की फसल सरकार को बेच सकेंगे। प्रति क्विंटल सोयावीन के लिए एमएसपी 4892 रुपए निर्धारित की गई थी। आज से किसान प्रदेश में बनाए गए 1400 केंद्रों पर जाकर इस प्रक्रिया को शुरू कर सकेंगे।

ये भी पढें - MP Gang Rape : पति के सामने पत्नी से गैंगरेप, पहाड़ पर घूमने गए थे दोनों

सिर्फ यही किसान ले सकेंगे लाभ

बता दें कि इस सुविधा का लाभ सिर्फ वही किसान ले सकेंगे जिन्होंने ई-उपार्जन पोर्टल पर अपना पंजीयन कराया है। जिन किसानों का पंजीयन अब तक नहीं हो पाया है, उन्हें इसका लाभ नहीं मिल पाएगा। जानकारी के मुताबिक, 25 सितंबर से 20 अक्टूबर तक प्रदेश के 3 लाख 44 हजार किसानों ने ही रजिस्ट्रेशन करवाया है, जो आज इस खरीदी प्रक्रिया में शामिल हो सकेंगे। बता दें कि 31 दिसंबर 2024 तक ही ये प्रक्रिया चलेगी।

सीधे खाते में आएंगे पैसे

बता दें कि किसानों को इस खरीदी प्रक्रिया के तहत भुगतान की जाने वाली राशि सीधे उनके बैंक खाते में दी जाएगी। इस नई व्यवस्था के तहत बिचौलियों की समस्या से छुटकारा मिल सकेगा।

सीएम मोहन ने दिया निर्देश

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस संबंध अधिकारयों को निर्देश भी दिया है। सीएम ने कहा है कि, पूरी संवेदनशीलता के साथ सोयाबीन उपार्जन की प्रक्रिया की जानी चाहिए, ताकि किसानों को किसी भी तरह की परेशानी न हो। जानकारी के मुताबिक, प्रदेश सरकार केंद्र द्वारा तय की गई मात्रा के अतिरिक्त भी सोयाबीन का उपार्जन कर सकती है, जिससे किसानों को उनकी फसल का सही दाम मिल सके।