पारंपरिक स्टील सिलेंडरों की तुलना में फाइबर-रेनफोर्सड कंपोजिट सिलेंडर हल्के होते हैं और इनमें टूटने-फूटने का खतरा कम होता है। ये कंपोजिट सिलेंडर अधिक प्रेशर को झेल सकते हैं और इन्हें ले जाना भी आसान होता है।
भोपाल में घरेलू गैस के छह लाख से अधिक उपभोक्ता है। यहां प्रतिमाह करीब डेढ़ लाख व्यवसायिक गैस सिलेंडर की खपत होती है। शहर में एलपीजी की 45 से अधिक एजेंसियां है और इन्हीं के माध्यम से हर घर एलपीजी आपूर्ति सुनिश्चित होती है।
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बता दें कि भोपाल में एलपीजी सिलेंडरों के कारण हाल के कुछ वर्षों में दुर्घटनाओं में वृद्धि हुई है। इनमें लीकेज और सिलेंडर फटने जैसी घटनाएं शामिल हैं।
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग नियंत्रक मीना मालाकार के मुताबिक नई तकनीक के सिलेंडर्स से दुर्घटनाएं घटेंगी। अभी एलपीजी का अवैध उपयोग करनेवालों पर लगातार कार्रवाई इसलिए ही कर रहे हैं कि इससे कहीं कोई बड़ी दुर्घटना की स्थिति न बन जाए।