मौलवी बोले पाक जाना भूल थी पिता जी के मित्र मौलवी चिराग उद्दीन सागर में कांग्रेस के पे्रसिडेंट थे। भारत-पाक बंटवारे के समय वह पाकिस्तान चले गए। उन्हें सभी ने खूब मनाया, पर वे नहीं माने। पाक में उन्होंने बहुत यातनाएं झेलीं। 1952 के बाद उन्हें भारत आने का बीजा मिला, वह अपने मित्रों और रिश्तेदारों सेे मिलने सागर आए। वह खूब फूट-फूट कर रोए और बोले पाक जाना जीवन की सबसे बड़ी भूल थी।
समान नागरिकता लागू हो : कानून के जानकार केके सिलाकारी जाति आधारित राजनिति से दुखी हैं। वह कहते हैं गांधीजी ने सामाजिक समरसता पर बहुत काम किया था, वह सामाजिक भेदभाव और छुआछूत मिटाना चाहते थे, लेकिन आप जिस तरह से जातिवाद की राजनीति पनप रही है वह देश के लिए सुखद नहीं है। देश में एक समान नागरिकता कानून लागू होना चाहिए। देश में जनसंख्या नियंत्रण पर लगाम लगाने की जरूरत है। सभी धर्मों और जाति के लोगों के लिए जनसंख्या नियंत्रण कानून एक जैसा होना चाहिए।