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खुदकुशी से पहले हुई थी कहासुनी,बात करने से मना किया तो रात तीन बजे ..

एमपी नगर के छात्रावास में बीएड की छात्रा का आत्महत्या मामले में नया खुलासा

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Crime

भोपाल। एमपी नगर के छात्रावास में बीएड छात्रा की आत्महत्या मामले में नया खुलासा हुआ है।

छात्रा ने अपने सुसाइड नोट में जिस संदिग्ध अभिषेक उर्फ गबरू का नाम लिखी है उससे फोन पर कहा-सुनी हुई थी। इसके बाद उसने रात तीन बजे सहेली के मोबाइल पर फोन किया और नर्मता से बात कराने का दबाव बना रहा था। । बात-चीत के बाद सहेली अपना मोबाइल लेकर कमरे में चली गई उसके बाद वो आत्महत्या कर ली। यह खुलासा उस समय हुआ जब छात्रा के पिता भोपाल छात्रावास में उसका सामान लेने गए थे।

एमपी नगर थाना क्षेत्र में बीएड की छात्रा ने २५ मई को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। छात्रा के पास से एक सुसाइड नोट भी मिला है। इसमे उसने लिखा था कि मैंने जिंदगी में एक ही गलती की, किसी से बे पनाह प्यार किया। इस सुसाइड नोट में अभिषेक उर्फ गबरू नाम के संदिग्ध युवक का नाम लिखी थी। पुलिस ने इसमे पड़ताल किया तो पता चला कि अभिषेक का भाई पुलिस में है और वो आरक्षक के पद पर पदस्थ है।

घटना के एक हफ्ते मृतिका नर्मता के पिता एमपी नगर स्थित हॉस्टल में गए। वहां से वो छात्रा का सामान लिए और उसकी सहेलियों से बात किए। बात-चीत में ये निकलकर आया कि अभिषेक ने २५ मई की रात उसके साथ पढ़ रही सहेली तब तीन बजे अपने कमरे में सोने गई तो उसी दौरान अभिषेक का फोन आया था। सहेली ने बात भी कराई थी। उसके बाद सुबह लोगों ने उसे फंदे पर लटकते पाया।

पिता की कसक अखिर गबरू ने बेटी को क्या कहा

पिता डीएस चौहान ने कहा कि मैं इसे सुसाइड नहीं मान सकता। मेरी बच्ची मुझसे बहुत प्यार करती थी। अगर उस लड़के से उसका अफेयर भी होता तो वो जानती थी कि उसे मैं कभी मना नहीं करता और उसकी उस लड़के से शादी करवा देता। तीन बजे उसकी बात हुई और उसके बाद उसने फांसी लगा ली। जरूर उसने मेरी बेटी के साथ कुछ गलत बोला है। जिसे वो सहन नहीं कर पाई और उसने आत्महत्या कर ली।

सुबह चार संदिग्ध लोग हॉस्टल में आए थे

पिता ने बताया कि हॉस्टल से मुझे जानकारी मिली है कि वहां पर घटना के दूसरे दिन सुबह चार संदिग्ध लोग आए थे। मुझे ये नहीं पता चल रहा है कि आखिर ये लोग क्यों आए थे। पुलिस ने अब तक आरोपी को क्यों नहीं गिरफ्तार किया। मेरी मासूम बेटी मौत को गले लगा ली लेकिन अब तक मुख्य आरोपी पकड़ में नहीं आया।

फोन पर लगातार गबरू के संपर्क में थी मृतिका

पुलिस ने मृतिका के मोबाइल का कॉल डिटेल निकाल लिया है। इसमे यह सामने आया है कि ये लोग फोन के माध्यम से लगातार संपर्क में थी। हालाकिं पुलिस ने यह बताने से इंकार कर दिया कि दिन में ये लोग कितनी बार और कितने घंटे बात-चीत करते थे। मामले में एमपी नगर थाना प्रभारी उपेंद भाटी ने बताया कि अब तक जांच में यह सामने आया है दोनों के बीच लव अफेयर था। घटना के दिन दोनों के बीच किसी बात को लेकर नोक-झोक हुई थी। इसके बाद छात्रा ने आत्महत्या कर ली। जांच पूरी होने के बाद मामला स्पष्ट हो पाएगा।