हज नीति 2025 जारी होने के बाद इसमें 200 से 300 की कमी आ सकती है। नई नीति के तहत हज कमेटियों को कुछ हज कोटा का 70 प्रतिशत दिया जाएगा। 30 फीसदी निजी क्षेत्र के टूर ट्रेवल्स ऑपरेटरों को मिलेगा। यह अब तक 20 फीसदी था।
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हजयात्रा पर 65 साल से अधिक उम्र के लोगों को अकेले जाने पर पाबंदी रहेगी। इस उम्र की बिना मेहरम की महिलाओं पर भी यह लागू होगा। पिछले साल पूरे देश का कोटा 1 लाख 75 हजार था। इसमें से 80 प्रतिशत राज्य की हज कमेटियों के द्वारा बांटा गया। 20 प्रतिशत निजी क्षेत्र में। इस बार यह बदल गया है।
यात्रियों की संख्या कम
हज के आवेदन के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू हो रही है। ऑल इंडिया हज वेलफेयर सोसायटी के सदस्य मोहम्मद तौफीक ने बताया कि बीेते दो सालों से दो शहरों के बीच हज खर्च में अंतर आ रहा है। भोपाल और मुंबई के बीच 60 हजार रुपए का अंतर है। इससे भोपाल से यात्रियों के रवाना होने की संख्या कम हो रही है। हज यात्री कम हुए तो हज उड़ान बंद होेने तक की नौबत आ सकती है। सरकार से सुधार की मांग की है।