मौसम विभाग की मानें तो एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन दक्षिण गुजरात और आसपास के इलाकों में सक्रीय है। साथ ही एक अन्य साइक्लोनिक सर्कुलेशन असम के कुछ क्षेत्रों पर एक्टिव है। यही नहीं एक ट्रफ रेखा कर्नाटक से विदर्भ तक फैली हुई है। इसके प्रभाव से एक वेदर सिस्टम मराठवाड़ा और दक्षिण विदर्भ पर एक्टिव है। मौसम विभाग के अनुसार विदर्भ पर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना है। एक ट्रफ लाइन भी एक्टिव है, जिसकी वजह से मध्य प्रदेश के मौसम में बदलाव हुआ है और कई इलाकों में बारिश के साथ ओलावृष्टि शुरु हुई है।
यह भी पढ़ें- मौत के चंगुल से बचकर भी कतर में फंसे हैं पूर्व कमांडेंट पुर्णेदु, ऐसे लौट सकेंगे भारत
खतरनाक हैं अगले 48 घंटे
मौसम विभाग के अनुसार, इन्हीं सिस्टमों के सक्रीय होने के चलते मध्य प्रदेश का मौसम 15 फरवरी तक खराब रहेगा। वहीं, मीडिया रिपोर्ट्स पर गौर करें तो बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश के सिवनी, बालाघाट, कटनी, जबलपुर, मंडला, उमरिया, अनूपपुर, डिंडौरी, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा में बारिश के साथ ओले गिरे हैं। नर्मदापुरम और बैतूल जिले के कई इलाकों में बारिश हुई है। ओले गिरने से फसलों को नुकसान पहुंचा है। इसी के साथ अगले 48 घटों के दौरान प्रदेश के कई इलाकों में भारी बारिश के साथ ओले गिरने की चेतावनी जारी की गई है।