24 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

अस्पताल की लिफ्ट बनी पार्किंग

अस्पताल की लिफ्ट बनी पार्किंग

2 min read
Google source verification
lift

अस्पताल की लिफ्ट बनी पार्किंग

भोपाल/तुलसी नगर. शहरवासियों का बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ ही आवश्यक संसाधन मुहैया कराने के उद्देश्य से जेपी अस्पताल में तमाम व्यवस्थाएं करने की बात अकसर कही जाती है, पर अनदेखी के कारण इन सुविधाओं का लाभ मरीजों को नहीं मिल रहा है।

ये स्थिति तब है जब 56 साल पुराने इस अस्पताल को अपगे्रड करने के लिए करोड़ों रुपए खर्च किए गए हैं। वार्ड 31 के अंतर्गत आने वाले इस अस्पताल में रोजाना बड़ी संख्या में मरीज आते हैं। यहां मरीजों की सुविधा के लिए लगाई गई लिफ्ट महज शोपीस बनकर रह गई है। हालात ये हैं कि पार्किंग के लिए तय किए गए स्थान के बजाय लिफ्ट के सामने वाहन पार्क किए जा रहे हैं।

नए भवन के ये हैं हालात
मरीजों को आवश्यक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए जेपी अस्पताल परिसर में नए भवन का निर्माण किया गया था, इस ब्लॉक में ओपीडी के साथ ही इमरजेंसी सुविधा भी दिए जाने का दावा किया जाता है। मरीजों की सुविधा के लिए यहां लिफ्ट भी लगाई गई थी, पर इस लिफ्ट का उपयोग ही नहीं किया जा सका है। अस्पताल प्रबंधन की अनदेखी से ये लिफ्ट शुरू ही नहीं की गई है। जबकि यहां रोजाना हजारों की संख्या में लोग इलाज करवाने के लिए पहुंच रहे हैं।

स्टाफ के वाहन भवन के अंदर
जेपी अस्पताल में आगंतुकों एवं हॉस्पिटल स्टाफ के लिए अलग से पार्किंग की व्यवस्था की गई है, पर स्टाफ के कई सदस्य अपने दो पहिया वाहन बंद पड़ी लिफ्ट के सामने ही पार्क कर देते हैं। खास बात है कि ये कर्मचारी बे रोकटोक वाहन अस्पताल भवन के अंदर तक लाते हैं। इसी लिफ्ट के पास पुलिस चौकी भी है, पर इन्हें नहीं रोका जाता।

मुझे इस बारे में जानकारी नहीं है। यदि स्टाफ द्वारा लिफ्ट के पास वाहन पार्क किए जा रहे हैं तो कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. आई के चुघ, अधीक्षक, जेपी अस्पताल