
भोपाल. कोरोना संक्रमण के आने से पहले ही छोटे बच्चों में स्मार्टफोन के जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल के होते हैं नकारात्मक परिणाम सामने आते रहे हैं। कोरोना के दौरान जब बच्चों को मोबाइल से पढ़ने की पूरी आजादी मिली तो बच्चे इसके आदी हो गए और अब माता पिता के लिए स्मार्ट फोन से बच्चों को अलग करना मुश्किल हो गया है।
आप देश दुनिया की किसी भी रिसर्च को आप उठाकर देख लिजिए हर रिसर्च में सामने आया है कि बच्चों द्वारा मोबाइल फोन के आवश्यकता से अधिक इस्तेमाल के नकारात्मक परिणाम ही देखने को मिलते हैं। वर्तमान समय में तकनीक के विकास के साथ, इंटरनेट और मोबाइल फोन जिंदगी का बेहद अहम हिस्सा बन गया है।
वही अभिभावकों की लापरवाही से बच्चे मोबाइल फोन के आदी बन गए हैं। हैरान करने वाली बात यह है कि माता-पिता भी बच्चों के मोबाइल फोन के अधिक इस्तेमाल को हल्के में ले लेते हैं। बाद में उसका परिणाम यह होता है कि बच्चा डिप्रेशन में चला जाता है या आत्महत्या कर लेता है। मोबाइल फोन के द्वारा सोशल मीडिया एडिक्शन जैसी लत में फंसे बच्चों को सही और गलत का फर्क समझ में नहीं आता।
आज हम आपको पांच ऐसे बेहद ही सरल उपाय बताएंगे जिनको अपनाकर आप अपने बच्चों को मोबाइल की लत छुड़ा सकता है और उनका भविष्य भी बचा सकते हैं। ये पांचों उपाय देखने में भले ही सरल लगें लेकिन इनको करना उतना ही कठिन होता है। आइये जानते हैं आपके बच्चों को मोबाइलफोन की लत से कैसे बचाएं..
1- किताबों में रुचि जगाएं
वर्तमान में लोगों की किताब से दूरी बड़ती जा रही है, पहले किताबें इन्सान की सबसे अच्छी दोस्त मानी जाती थी। किताबों से दूर का सबसे बड़ा कारण इंटरनेट को ही माना जा सकता है। बच्चों को भी बुक पढ़ना बिल्कुल पसंद नहीं आता। जब घर में माता-पिता को दिनभर मोबाइल चलाते बच्चा देखता है तो वह किताब कैसे पढ़ेगा। जब घर के बड़े बच्चों के सामने किताब पढ़ेंगे तो बच्चे भी नकल करेंगे और किताब पढ़ने लेगेंगे। बच्चों के साथ किताबों पर चर्चा करें तो उनकी रुचि किताबों में बढ़ने लगेगी।
2-प्रकृति के नजदीक जाएं
ईश्वर की बनाई यह दुनिया खूबसूरत है, लेकिन मोबाइल फोन के चलते लोग प्रकृति से दूर होते जा रहे हैं। लोग स्मार्ट फोन से बाहर निकलना ही नहीं चाहते। जब माता पिता प्रकृति के करीब नहीं हैं तो बच्चों से कैसे उम्मीद की जा सकती है। बच्चों को प्रकृति के करीब लाएं तो वह खुद ब खुद मोबाइल फोन से दूर होंने लगेंगे। बच्चों को प्राकृतिक चीजों की अहमियत और नेचर की खूबसूरती को दिखाएं। इसके लिए बच्चों को पार्क, झील, पहाड़ या हिल स्टेशन पर ले जाएं।
3-आउटडोर गेम्स खिलाएं
दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण के बाद लगे लॉकडाउन ने लोगों को लंबे वक्त तक घरों में कैद कर दिया था, घरों में कैद बच्चों को मनोरंजन के नाम पर केवल स्मार्ट फोन ही मिला, जिसकी वजह से उन्हें मोबाइल के आदी हो गए। इस समय स्कूलों ने ऑनलाइन क्लास शुरू कर दिए तो पूरे समय सेलफोन की पहुंच में आ गया। मोबाइल नें बच्चों के आउटडोर गेम्स को बुरी तरह प्रभावित किया। बच्चों की बाहर खेलने की आदत छूट गई। इसलिए अब माता पिता को चाहिए कि बच्चों को आउटडोर गेम्स के लिए घर से बाहर निकालें। बच्चों का क्रिकेट, हॉकी, बैडमेंटन, या जिस भी खेल में रुचि हो उसके लिए प्रोत्साहित करें। खेल के साथ साथ धीरे धीरे बच्चे का मोबाइल से ध्यान हट जाएगा।
4-फोन में मेल आई़डी के लेकर ध्यान रखें
फोन में एक ही ईमेल आईडी रखें और उस पर होने वाली साभी गतिविधियों को ट्रेक करते रहें। इससे फोन पर बच्चों के द्वारा उपयोग की जा रही सभी एक्टिविटी को मोनिटर कर सकेंगे, यह कदम बेहद जरूरी है। वर्तामान में तकनीकि प्रतिदिन अपग्रेड हो रही है, आप जब चाहें तब बच्चे के मोबाइल में हर गतिविधि पर नजर रख सकते हैं।
5- आखिर में पासवर्ड डाल दें
उरोक्त कोशिशों के बाद भी अगर आपका बच्चा मोबाइल नहीं छोड़ पा रहा है और उसका जुनून मोबाइल के प्रति बढ़ता जा रहा है तो सख्त कदम उठाना भी जरूरी है। इसके लिए आप मोबाइल फोन में पासवर्ड डाल दें। जिससे बच्चा फोन का इस्तेमाल ही न कर पाए।
Published on:
04 Jul 2022 08:19 pm
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