हैदराबाद गैंगरेप के आरोपियों के इनकाउंटर के बाद मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा नेता ने ट्वीट कर कहा है कि पूरे देश को बड़ा सुकून मलिा। दुष्टों के साथ यही व्यवहार होना चाहिए। उन्होंने एक चौपाई भी लिखी है। जो जस कीन तो तस फल चाखौ। गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में भी गैंगरेप और हत्या के आरोपियों को सजा हो चुकी है, कई आरोपियों को फांसी की भी सजा हो चुकी है, लेकिन अब तक किसी को फांसी की सजा नहीं हो पाई है।
क्या कहते हैं लोग
एक छात्र संजय गुप्ता बताते हैं कि इसी प्रकार से न्याय व्यवस्था होना चाहिए, क्योंकि कई देशों में कड़े कानून होने के कारण वहां गैंगरेप और हत्या की घटनाएं नहीं के बराबर होती है। वहीं इंजीनियरिंग के आशीष दुबे कहते हैं कि शुक्रवार को सुबह जैसे ही यह खबर सुनी बहुत खुशी हुई। इसके बाद न कोई राजनीति होगी और लंबी बहस होगी।
इधर प्रखर शर्मा कहते हैं कि हैदराबाद की डाक्टर की गैंगरेप और उसके बाद हत्या करने के मामले में अब ज्यादा बात नहीं की जाएगी, जबकि इनकाउंटर फर्जी या असली है इस पर राजनीति होगी। कई नेता अब इसी पर सवाल उठाकर लोगों का ध्यान भंग करेंगे।
सिंधिया ने कहा- मातृशक्ति की सुरक्षा सर्वोपरि
कांग्रेस के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी ट्वीट कर हैदराबाद की घटना पर कहा कि हैदराबाद में दरिंदों को अपने पाप की सजा मिली। सभ्य समाज में ऐसे पापियों के लिए कोई स्थान नहीं होना चाहिए। मातृशक्ति की सुरक्षा सर्वोपरि है।
क्या है धारा 100 में प्रावधान
जाने माने वकील आशीष बरगले कहते हैं कि धारा 100 भारतीय दंड विधान के अंतर्गत राइट आफ प्राइवेट डिफेंस हर नागरिक को उपलब्ध है। और इसमें प्रतिरक्षा में की गई हत्या को भी जायज माना गया है। यदि किसी महिला के ऊपर रेप की कोशिश मात्र भी होती है और उसे यह अहसास हो जाता है कि उसे कोई गंभीर क्षति उसकी हत्या या बलात्कार हो सकता है तो वो अपने प्रतिरक्षा के अधिकार के तहत उस आक्रमण करने वाले व्यक्ति की अपने जीवन के बचाव के लिए हत्या भी कर सकती है।