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यहां खनिज विभाग और एसोसिएशन भिड़े वहां गुपचुप रास्ते से निकल रहे रेत के डंपर

रात को एसोसिएशन से जुड़े कुछ लोगों की गाडिय़ां ओवरलोड आती हैं। सोमवार-मंगलवार को पकड़े डंपरों में से एक एसोसिएशन से जुड़े एक व्यक्ति का बताया जा रहा ह

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भोपाल

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Juhi Mishra

Aug 30, 2017

sand mining

Illegal sand mining

भोपाल। रेत का अवैध परिवहन रोकना खनिज विभाग का काम है। उसे लगातार निर्देश दिए जा रहे हैं। एसडीएम भी उनके साथ कार्रवाई करने जाते हैं। यह कहना है कलेक्टर सुदाम पी. खाड़े का। सेंड ट्रक एसोसिएशन दो दिन से अपने स्तर पर ओवरलोड डंपर पकड़कर खनिज विभाग से कार्रवाई कराना चाह रही है। इसको लेकर खनिज विभाग और एसोसिएशन आमने-सामने आ गए हैं।

एसडीएम हुजूर की मौजूदगी में सोमवार-मंगलवार रात रेत के नौ डंपर पकड़े गए। इनमें ज्यादातर ओवरलोड और बिना रॉयल्टी के हैं। एक डंपर एसोसिएशन के एक सदस्य का बताया जा रहा है, जो बिना रॉयल्टी के पकड़ा गया है। कई दिनों से रेत की ओवरलोडिंग को लेकर होशंगाबाद से भोपाल तक अलग स्थिति बनी हुई है। खनिज विभाग ओवरलोड और बिना रॉयल्टी की गाडिय़ां रात में पकड़ता है। एसोसिएशन सुबह भी गाडिय़ां पकडऩे का दबाव बना रही है। सूत्रों का कहना है कि रात को एसोसिएशन से जुड़े कुछ लोगों की गाडिय़ां ओवरलोड आती हैं। सोमवार-मंगलवार को पकड़े डंपरों में से एक एसोसिएशन से जुड़े एक व्यक्ति का बताया जा रहा है। जिसे बप्पा नाम से बुलाया जाता है।

और बढ़ गए रेत के ढेर, जमकर हो रही चोरी
नई रेत नीति आने से पहले रेत की चोरी और बढ़ गई है। मंगलवार को ही ग्यारह मील बायपास पर रेत का ढेर इस तरह लगा हुआ था मानों नर्मदा का किनारा बन गया हो। ये रेत रात तक खत्म हो जाती है। इसी प्रकार रात के लगे ढेर सुबह तक साफ हो जाते हैं। ये रेत रॉयल्टी की है या बिना रॉयल्टी की कोई देखता नहीं है। ऐसे ही कई बड़े ढेर सड़क पर नए बने हैं। कहने को शहर में रेत की किल्लत है, काम बंद हैं,लेकिन रेत की स्थिति ये है कि कालाबाजारी के बाद भी डिमांड पर डिमांड बढ़ती जा रही है।

इसलिए है विरोधाभास
रेत के खेल में कुछ लोगों की गाडिय़ां खदान से सुबह चार से पांच के बीच तक निकल पाती हैं, जो भोर होते भोपाल तक पहुंचती हैं। इनमें से ज्यादातर गाडिय़ां अलग लोगों की हैं। इसके अलावा कुछ गाडिय़ां जो चक्कर पर शाम को भर जाती हैं वे देर रात तक भोपाल पहुंचती हैं। इसमें एसोसिएशन के लोगों की गाडिय़ां ज्यादा आती हैं। इसी को लेकर खनिज विभाग और एसोसिएशन में आपसी खींचतानी बनी रहती है।

भोपाल 11 मील पर लगे रेत के ढेरों पर जांच हो तो दूध का दूध और पानी का पानी हो सकता है। करीब एक साल पहले 11 मील के पास खनिज चौकी के लिए जगह तलाशने का काम चल रहा था। एडीएम रत्नाकर झा और तत्कालीन जिला खनिज अधिकारी एलएम गोयल रोड पर मुआयना कर रहे थे। उसी समय सेंड ट्रक ऑनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष तुलाराम चौहान द्वारा स्टॉक की कई रेत पर अधिकारियों की नजर पड़ी। अवैध पाए जाने पर रेत का 10 गुना जुर्माना उनपर किया गया है, जो करीब 50 लाख रुपए से ज्यादा था। इस तरह भी अवैध रेत राजधानी में जमा की गई है।

इनका कहना है-
० रेत के अवैध परिवहन पर हम लगातार कार्रवाई करा रहे हैं। एसडीएम को भी निर्देश दिए गए हैं। वे अपनी मौजूदगी में कार्रवाई कराते हैं। सोमवार-मगंलवार की रात को कार्रवाई कराई है।
सुदाम पी. खाड़े, कलेक्टर