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दिनभर चली जांच, लेकिन पता नहीं चला गोदाम तक कैसे पहुंचा एक्सपायरी डेट का दूध पाउडर

गोदाम से रेकॉड गायब, ट्रांसपोर्टर को दिया नोटिस

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भोपाल. बरखेड़ी परियोजना का दूध पाउडर शाहजहांनाबाद स्थित गोदाम में कैसे आया दिन भर की जांच के बाद अधिकारी पता नहीं लगा सके। गोदाम से दूध पाउडर व अन्य खाद्य पोषण आहार का रेकॉड गायब है।
परिवहनकर्ता भारत ट्रांसपोर्ट को नोटिस जारी कर इस संबंध में जानकारी मांगी गई है। तत्कालीन जिला कार्यक्रम अधिकारी उपासना राय ने फरवरी 2018 में एक निर्देश जारी कर दूध पाउडर के पैकेट को सीधे आंगनवाड़ी केंद्र तक पहुंचाने के निर्देश दिए थे। ऐसे में इस कार्रवाई के बाद कई सवाल भी खड़े हो गए हैं। इससे ये भी साफ होता है कि बच्चों को पोषण के लिए आया दूध आंगनवाड़ी केंद्रों को सप्लाई न कर गोदाम में रखवा दिया। इसके पीछे क्या उद्देश्य था इसके लिए परियोजना अधिकारी कीर्ती सिंह को भी नोटिस जारी कर जानकारी मांगी है। सांची दुग्ध संघ और स्कूल शिक्षा को भी नोटिस जारी किया है। बरखेड़ी परियोजना में 176 आंगनवाड़ी हैं। हर आंगनवाड़ा को महीने में चार पैकेट बच्चों के लिए दिए जाते हैं। यहां मिले साढ़े तीन क्विंटल दूध के पैकेट में ढाई क्विंटल दूध के पैकेट अगस्त 2018 और एक क्विंटल दूध के पैकेट नवंबर 2019 एक्सपायर हो चुके। सवाल ये उठता है कि ये दूध के पैकेट बच्चों को न देकर कालाबाजारी के लिए तो यहां नहीं रखवाए थे। जो बाद में रखे-रखे एक्सपायर हो गए।

बाकी 9 परियोजना की भी जांच जरूरी
एक्सपायरी डेट के दूध पाउडर का खुलासा होने के बाद जिले की बाकी 9 परियोजना में आने वाले पोषण आहार की जांच अब जरूरी हो गई है। पहले भी पोषण आहार के मामले में गड़बड़ी की शिकायतें मिलती रही हैं। लेकिन कार्रवाई किसी पर नहीं हुई। जिले में 1872 आंगनवाड़ी संचालित हो रही हैं जिनमें हर माह पोषण के नाम पर करोड़ों का राशन सप्लाई किया जाता है।


दूध गोदाम तक कैसे आया इसकी जानकारी के लिए ट्रांसपोर्टर, सांची दुग्ध संघ को नोटिस जारी किया है। स्कूल शिक्षा विभाग को भी नोटिस जारी कर पूछा है।
ब्रजेश त्रिपाठी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला बाल विकास