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पर्यटकों को चीतों के दीदार कराने में अभी लगेगा समय

- क्वारेंटीन समय में लोगों को पास जाने में मनाही, एकांत और प्राकृतिक वातावरण में ही रहेंगे कुछ समय तक चीते पार्क के उन्हीं कर्मचारियों की आवाजाही रहेंगे जो चीतों के संबंध में नामीबिया में विशेष ट्रेनिंग लेकर आए हैं

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भोपाल

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Ashok Gautam

Sep 16, 2022

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भोपाल। दक्षिण अफ्रीकी देशों से कूनो लाए जा रहे चीतों का दीदार पर्यटकों को अभी नहीं हो पाएगा, इसके लिए दो से तीन माह का वक्त लगेगा। इसके लिए अलग से नियम कायदे और व्यवस्थाएं बनाई जाएंगी। जिससे वहां रहने वाले चीतों के अलावा अन्य वन्य प्राणियों के लिए किसी तरह की दिक्कतें न हों। फिलहाल चीतों के बाड़ों के आस पास भी लोगों को फटकने नहीं दिया जाएगा। इन क्षेत्रों में पार्क के उन्हीं कर्मचारियों की आवाजाही रहेंगे जो चीतों के संबंध में नामीबिया में विशेष ट्रेनिंग लेकर आए हैं।
चीतों को फिलहाल भारी सुरक्षा-व्यवस्था में रखा जाएगा। पार्क में आने जाने वाले पर्यटकों के लिए मनाही नहीं रहेगी, लेकिन बाड़े आस पास के क्षेत्र को प्रतिबंधित किया जाएगा। जब उन्हें खुले पार्क में छोड़ा जाएगा, इसके बाद पर्यटकों के भ्रमण के रूटों की व्यवस्था की जाएगी।

कोरेंटीन बाड़े में पानी, छाव की व्यवस्था
कोरेंटीन बाड़े में पानी और छाव की व्यवस्था की गई है। भोजन देने के लिए अलग से प्लेटफार्म बनाए गए हैं, जहां उनके लिए डाइट चार्ट के अनुसार हल्का भोजन दिया जाएगा। आयु के अनुसार डाइट चर्ट भी तय किया जाएगा, डाइट के अनुसार ही भोजन की व्यवस्था की जाएगी।


एक माह तक डाक्टरों की विशेष टीम
वहां एक माह तक डाक्टरों की विशेष टीम रहेगी। जिसमें नामीबिया के अलाव डब्लयूआईआई, एनटीसीए और मध्य प्रदेश के वन्य जीव से जुड़े डाक्टर होंगे। डाक्टर और वैज्ञानिकों की टीम बाड़ों में लगे कैमरे से इनके हावभाव और व्यवहार पर नजर रखेंगे। इसके अलावा इनकी टीम हर दूसरे तीसरे दिन मैके पर भी जाकर देखेगी।

बाड़े को ग्रीन पर्दे से किया कवर
बाड़ों को ग्रीन पर्दे से कवर किया गया है, जिससे उन्हें बाहर लोग दिखाइ न दे सकें। क्योंकि चीता जब इंसान को देखता है तो तनाव में आ जाता है। इसके अलावा जब चीतें वहां अन्य वन्य जीवों को देखेंगे तो वह उन पर हमला करने के लिए दौड़ेंगे और वह बाड़े की जाली से टकराकर घायल हो जाएंगे। इसके चलते जब तक चीता बाड़े में रहेगा बाहरी लोगों का वहां आना जाना प्रतिबंधित रहेगा।

चीता मित्र अभियान रहेगा जारी
चीता मित्र बनाने का अभियान लगातार जारी रहेगा। कूनों के पास पास और दस किमी तक रहवासी चीता मित्र होंगे। ये सिर्फ यही बताएंगे चीते कमी इंसानों पर हमला नहीं करता है। इंसानों पर हमला करने का इसका इतिहास नहीं है। अगर चीता हैं तो हम है और हमारा करोबार है।