प्रशिक्षण का उद्देश्य
प्रशिक्षण सत्र का मूल उद्देश्य सांसद- विधायकों को सत्ता-संगठन में समन्वय, जनता से संवाद और पार्टी की रीति- नीति के अनुरूप कार्यशैली सिखाना होगा। इस दौरान कैंप में अन्य केंद्रीय नेता जैसे राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष सहित कुछ चुनिंदा केंद्रीय मंत्री भी अलग-अलग सत्रों को संबोधित कर सकते हैं। ये भी पढ़ें: तोड़े जाएंगे 11 बड़े बंगले, 12 होटल, 300 पक्के निर्माण ! दिए गए नोटिस, होगी कार्रवाई बड़बोले नेताओं को मिलेगी सख्त हिदायत
भाजपा के कुछ बड़बोले नेता लगातार सत्ता और संगठन के लिए परेशानी का सबब बने हुए हैं। इनमें मंत्री विजय शाह ने तो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पार्टी की किरकिरी करवाई है। ऐसे नेताओं को खासतौर पर पार्टी लाइन में रहकर संवाद करने की नसीहत दी जाएगी। इसके अलावा असंतुष्ट विधायकों को भी पार्टी फोरम में रहकर बात रखने का सलीका और संवाद का तरीका बताया जाएगा।
पीएम मोदी कर चुके हैं संवाद
प्रधानमंत्री मोदी फरवरी में प्रदेश के दौरे पर आए थे। उन्होंने कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में पार्टी सांसद- विधायकों के साथ संगठन के चुनिंदा पदाधिकारियों के साथ करीब दो घंटे संवाद किया था। पीएम ने सवाल-जवाब भी किए थे। जनप्रतिनिधियों को जमीन से जुड़े रहने औरविकास के कार्य लगातार करते रहने की सलाह दी थी।