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कांग्रेस की चुनावी रणनीति: 30 फीसदी नए चेहरों के साथ भाजपा से पहले बांटेंगे टिकट! – With Video

पत्रिका कार्यालय पहुंचे कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताई MP Election 2018 की रणनीति से जुड़ी की खास बातें...

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कांग्रेस की चुनावी रणनीति: 30 फीसदी नए चेहरों के साथ भाजपा से पहले बांटेंगे टिकट! - With Video

भोपाल। प्रदेश कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, विधानसभा चुनाव में पार्टी युवाओं को मौका देगी। 30 फीसदी ऐसे नए चेहरों को उतारेंगे, जिन्होंने पहले कोई विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा। प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ और मैंने यह तय कर लिया है कि भाजपा से पहले टिकट का वितरण कर देंगे। मंगलवार को पत्रिका कार्यालय पहुंचे सिंधिया ने सवालों के बेबाकी से जवाब दिए।

भाजपा का नारा 'अब की बार, दो सौ पारश् पर सिंधिया ने कहा, मुंगावली-कोलारस उपचुनाव के दौरान हर दीवार पर यही नारा लिखवाया गया था। दो सीट नहीं जीत पाए, तो 200 कैसे पार कर पाएंगे।

डीजल-पेट्रोल की कीमतों पर कहा, केंद्र सरकार ने चार साल में एक्साइज ड्यूटी लगाकर लाखों-करोड़ों रुपए कमाए, लेकिन इसका हिसाब नहीं है। जनता को 15 लाख भी नहीं मिले। मध्यप्रदेश इकलौता राज्य है जहां 28 और 22 प्रतिशत वैट पेट्रोल-डीजल पर वसूला जा रहा है। 42 का पेट्रोल 84 रुपए में मिल रहा है। तभी तो मैं कहता हूं कि खुली लूट बाय सूट-बूट।

जानिये किस पर क्या बोले...
नजरिया : सरकार कमीशन पर चल रही है। भाजपा अपने काम का जवाब दे। जनता के बीच जाकर जो भरोसा दिला रहे हैं, उनके बारे में यही कहना है कि जान जाए, पर वचन न जाए।

गुटबाजी : कांग्रेस का कोई भी नेता और कार्यकर्ता व्यक्तिगत हित नहीं सोचता। मंदसौर में बगावत नहीं हुई। सभी को काम देने का निर्णय हुआ है, नाराजगी दूर होगी।

सोशल मीडिया : भाजपा में एक पाठशाला चलती है, जो झूठ के प्रचार पर यकीन करती है। कांग्रेस गांधी जी की विचारधारा को आत्मसात करती है। वे कहते थे, सत्य परेशान हो सकता है, लेकिन पराजित नहीं। भाजपा फेसबुक लाइव शो के जरिए संवाद बना रही है। मैं चाहता हूं कि आमने-सामने बहस कर मुख्यमंत्री मेरे साथ जनता के सवालों का जवाब दें।

चेहरा : मैं और कमलनाथ निजी हित पीछे करके पार्टी के लिए काम कर रहे हैं। चुनाव पूर्व पार्टी का चेहरा तय करना किसी भी दल की राष्ट्रीय नीति नहीं है, भाजपा की भी नहीं।

गठबंधन : गठबंधन पर प्रदेश अध्यक्ष और शीर्ष नेतृत्व निर्णय लेगा। यह कहना गलत है कि कोई गठबंधन भाजपा को रोकने के लिए होगा।

दिल की बात...
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के पद पर कमलनाथ की नियुक्ति के बाद ट्विटर पर प्रतिक्रिया नहीं देने के सवाल को टालते हुए सिंधिया ने कहा, मैंने फोन कर बधाई दी थी। फिर बोले, कुछ तो दिल में रहने दीजिए।