27 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

भोपाल में मचेगी खेलो इंडिया की धूम, क्याकिंग -कनोइंग के साथ होगा रोइंग

वाटर स्पोर्ट्स प्रतियोगिताओं में यूं तो पैरासेलिंग, जेट स्काइकिंग, बोटिंग, स्कूबा डाइविंग, रीवर राफ्टिंग जेट स्की, स्पोर्टस पैरासेलिंग, स्पोर्टस रिंगो राइड और स्पोर्ट बनाना जैसी प्रतियोगिताएं आम हैं। लेकिन, पहली बार खेलो इंडिया में वाटर स्पोर्टस के तहत कुल तीन प्रतियोगिताएं शामिल की गयी हैं।

2 min read
Google source verification
bpl.jpg

भोपाल. जल क्रीड़ा यानी वाटर स्पोर्ट्स प्रतियोगिताएं देश में बड़ी तेजी के साथ लोकप्रिय हो रही हैं। खेलो इंडिया यूथ गेम्स में पहली बार वाटर स्पोर्ट्स में दो प्रतियोगिताएं क्याकिंग -कनोइंग और कैनो सलालम शमिल की गई हैं। इनमें क्याकिंग -कनोइंग प्रतियोगिता शहर के बड़ा तालाब में आयोजित की जाएगी। जबकि, खरगोन जिले में नर्मदा नदी के किनारे बसे महेश्वर की सहस्त्रधारा में सलालम की स्पर्धांएं होंगी। जल क्रीड़ाओं के लिए यह दोनों ही सबसे उपयुक्त प्राकृतिक स्थल हैं।


बड़ा तालाब में अभ्यास
वाटर स्पोर्ट्स प्रतियोगिताओं में यूं तो पैरासेलिंग, जेट स्काइकिंग, बोटिंग, स्कूबा डाइविंग, रीवर राफ्टिंग जेट स्की, स्पोर्टस पैरासेलिंग, स्पोर्टस रिंगो राइड और स्पोर्ट बनाना जैसी प्रतियोगिताएं आम हैं। लेकिन, पहली बार खेलो इंडिया में वाटर स्पोर्टस के तहत कुल तीन प्रतियोगिताएं शामिल की गयी हैं। ये हैं क्याकिंग-कनोइंग, कैनो सलालम और रोइंग। क्याकिंग-कनोइंग और रोइंग भोपाल के बड़ा तालाब में होंगी। जबकि कैनो सलालम खरगोन में होगा। बड़ा तालाब में खिलाड़ी नियमित अभ्यास कर रहे हैं।

जानिए तीनों जल क्रीड़ाओं के बारे में
रोइंग
कब से कब तक 7 से 9 फरवरी
कितने खिलाड़ी 20 मप्र से
कहां- बड़ा तालाब
ओलंपिक खेल रोइंग में खिलाड़ी नाव में बैठकर चप्पू चला कर रेङ्क्षसग करते हैं। स्कङ्क्षलग इवेंट में दो ’ओर्स’ का इस्तेमाल होता ह।ै वहीं स्वीप में एक एक ’ओर’ का प्रयोग होता है। 8 खिलाडिय़ों की टीम के पास कॉक्सवें होता है। वह बोट को दिशा दिखाते हैं। बाकी बोट में रोवर छोटे रबड़ से बोट संभालते हैं। उनके पैरों में भी एक पैडल होता है।


क्याकिंग एंड केनोइंग
कब से कब तक 1 से 3 फरवरी कितने खिलाड़ी 20 मप्र से
कहां- बड़ा तालाब
क्याकिंग में छोटी नाव जिसे ’कयाक’ कहते हैं, उस पर बैठकर पानी में तैरते हैं।खेल में दो शैली की नौकाओं का उपयोग होता है। 1 या 2 कैनोर्स इसे चलाते हैं। इसमें सी-1 और के-2 के इवेंट होते हैं। यानी एक और दो व्यक्ति की स्पर्धाएं होती हैं। इनकी रेस आमतौर पर 500 मीटर या 1000 मीटर से भी अधिक होती है।


कैनो सलालम
कब से कब तक 6 से 7 फरवरी
कितने खिलाड़ी 4 मप्र से
कहां- खरगोन में
नदी की तेज जलधारा में खिलाड़ी को किसी विशेष बोट को एक ऐसे पाइप गेट से निकालना होता है जो हवा में लटकी होती है। बिना स्पर्श किए अल्प समय में इससे गुुजरने पर नंबर मिलते हैं। तेजधार के विपरीत नाव या बोट को निकालना होता है। जलधारा में 10 से 20 तक हवा में पाइप के गेट बनाए जाते हैं।