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भोपाल। कोरोना की तीसरी लहर के दौरान नया वैरिएंट अजब खेल खेल रहा है। बीते तीन दिनों से शहर में नए मरीजों में 1 फीसदी से भी कम की वृद्धि हुई है, जबकि एक सप्ताह पहले हर दिन 15 से 20 प्रतिशत मरीज बढ़ रहे थे। विशेषज्ञों के मुताबिक अक्सर पीक के बाद मरीजों की संख्या कम होने लगती है। हो सकता है अब कोरोना के मरीजों की संख्या कम होने लगे। राजधानी में विशेषज्ञ कह रहे हैं कि वर्तमान में पॉजिटिविटी रेट लगातार बढ़ रही है, जो खतरे का संकेत है। ऐसे में लापरवाही से संक्रमण एक बार फिर तेजी से लौट सकता है।
शहर में कोरोना वायरस की शुरुआत स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ हुई थी। उस दौरान विभाग में 200 से ज्यादा अधिकारी और कर्मचारी कोरोना से संक्रमित हो गए थे। कोरोना की तीसरी लहर में एक बार फिर स्वास्थ्य विभाग में संक्रमण पैर पसार रहा है। इधर, बीते तीन दिनों में स्वास्थ्य विभाग के करीब डेढ़ दर्जन कर्मचारी संक्रमित हो चुके हैं। इनमें आधा दर्जन डिप्टी डायरेक्टर लेवल के अधिकारी पॉजिटिव हुए हैं। यही नहीं कई कर्मचारी भी वायरस की चपेट में आ चुके हैं।
कोलार बना सबसे बड़ा हॉटस्पॉट
कोलार फिर राजधानी में सबसे बड़ा हॉटस्पॉट बन गया है। राजधानी के आठ हजार एक्टिव केसों में से 34 फीसदी यानि 2643 सक्रिय मामले कोलार में हैं। दूसरे नंबर पर गोविन्दपुरा में 1856, बैरसिया में 1329, टीटी नगर में 926 सिटी सर्किल में 531, एमपी नगर में 649 और बैरसिया हुजूर के ग्रामीण क्षेत्र में 98 सक्रिय मामले हैं।
10 नर्सिंग स्टूडेंट्स मिले संक्रमित तो हॉस्टल से सबकी छुट्टी
बीएमएचआरसी के नर्सिंग कॉलेज में करीब 10 नर्सिंग स्टूडेंट्स की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने के बाद दूसरे छात्रों की छुट्टी कर घर भेज दिया गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बीएससी फर्स्ट ईयर और सेकंड ईयर के छात्र कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इन्हें बीएमएचआरसी में ही भर्ती किया गया है।
विभाग के हेल्थ बुलेटिन के अनुसार बीते तीन दिनों से मरीजों की संख्या 1340 के आसपास ही हैं। 16 जनवरी को जहां 1398 मरीज मिले थे, वहीं दो दिन में मरीजों की संख्या कम हो गई। हालांकि डॉक्टरों का यह भी कहना है कि शनिवार रविवार को जांचों की संख्या कम होती है।
11 मार्च तक महामारी खत्म
वहीं देश के कई महानगरों में दैनिक संक्रमण के मामलों में गिरावट के साथ ही कोरोना महामारी से मुक्ति की उम्मीद बढ़ गई है। आइआइटी कानपुर के वैज्ञानिक प्रोफेसर मणिंद्र अग्रवाल ने अपने गणितीय आकलन के आधार पर दावा किया है कि 23 जनवरी (रविवार) को देश में कोरोना की तीसरी लहर का पीक आ सकता है। दूसरी ओर आइसीएमआर के शीर्ष वैज्ञानिक समीरन पांडा ने अनुमान जताया है कि यदि कोई नया वेरिएंट नहीं आया तो 11 मार्च तक महामारी स्थानिक (एंडमिक) हो जाएगी। तीसरी तरफ, विश्व स्वास्थ्य संगठन के इमरजेंसी लैंड डॉ. मडकल रियान में विश्व आर्थिक मंच को महानग संबोधित करते हए उम्मीद जताई है कि इस साल महामारी के आपातकाल से मुक्ति मिल जाएगी।
Published on:
20 Jan 2022 05:01 pm
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