
ladli behna yojana
Ladli Behna Yojana: मध्यप्रदेश में साल 2023 के विधानसभा चुनाव में भाजपा की बंपर जीत के बाद लाड़ली बहना योजना को गेमचेंजर कहा जाने लगा। जब तक चुनावी माहौल था भाजपा और कांग्रेस में कांटे की टक्कर नजर आ रही थी लेकिन जब रिजल्ट आया तो कांग्रेस काफी अंतर से भाजपा से पीछे रह गई। कांग्रेस की हार और भाजपा की जीत की वजह क्या थी ये सवाल हर किसी के जहन में उठा तो फिर कहीं से चर्चा निकली की लाड़ली बहना का जादू चल गया लेकिन क्या वाकई लाड़ली बहना योजना गेमचेंजर साबित हुई। इसे लेकर जब पत्रिका ने वरिष्ठ राजनीतिक विश्लेषक गिरिजाशंकर से खास बातचीत की तो उन्होंने क्या कुछ कहा चलिए बताते हैं आपको…
जवाब- लाड़ली बहना योजना गेमचेंजर थी। ये हम किस आधार पर कह सकते हैं। ये प्रीज़म्प्शन है। इसका हमारे पास कोई तार्किक प्रमाण है कि लाड़ली बहना योजना के कारण बीजेपी को सफलता मिली है। मुझे लगता है किसी भी चुनाव में जीत-हार के बहुत से कारण होते हैं।
जवाब- महाराष्ट्र में प्रधानमंत्री का नारा था। एक हैं तो सेफ हैं, एक हैं तो नेक हैं। अब वो नारा काम कर गया या जो मराठा अस्मिता की बात थी चुनाव में वो काम किया या लाड़ली बहना ने काम किया। मुझे लगता है कि चुनाव के आंकलन पर हमारे पास कोई तर्किक प्रमाण नहीं। हमने अपने-अपने अनुमान से माना कि इस कारण ऐसा हुआ होगा।
जवाब- फ्री बीज की शुरुआत साउथ में जब एनटीआर की सरकार बनी थी तब हुई थी। चुनाव के वक्त योजनाओं का लाभ दिया जाने लगा। ये ठीक वैसा ही है कि सरकार ने पांच साल में ऐसा कोई काम नहीं किया जिससे जनता उसे दोबारा वोट दे इसलिए इस तरह की फ्री योजना ले आए। ये बिल्कुल उचित नहीं है और मैं तो चाहूंगा कि चुनाव आयोग को संज्ञान में लेना चाहिए और चुनावी प्रलोभन में इन घोषणाओं को लिया जाना चाहिए।
जवाब- चुनाव के वक्त किसी भी तरह की फ्री की योजना लाया जाना तो मेरी नजर में चुनावी प्रलोभन होता है। ये लोकतंत्र के लिए बहुत अच्छी बात नहीं है।
बुधनी और विजयपुर में कांग्रेस ने कोई कमाल किया हो या बीजेपी ने कोई बहुत खराब किया हो ऐसा नहीं है। बीजेपी को संगठन मजबूत करना था और जिस तरह से प्रत्याशी चयन करना था वहां कहीं न कहीं कमजोरी रही। जिसका फायदा कांग्रेस को मिला। लेकिन ये बिल्कुल साफ है कि विधानसभा चुनाव से लेकर इन 10-11 महीनों में बीजेपी संगठन ने अपने इन दोनों उपचुनावों में जिस तरह से उनको काम करना था। वो वैसा नहीं कर पाई और इसका लाभ कांग्रेस को मिला।
Updated on:
10 Dec 2024 11:24 am
Published on:
09 Dec 2024 06:15 pm
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