सवाल- मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव में लाड़ली बहना योजना गेमचेंजर साबित हुई। इसे आप कैसे देखते हैं?
जवाब- लाड़ली बहना योजना गेमचेंजर थी। ये हम किस आधार पर कह सकते हैं। ये प्रीज़म्प्शन है। इसका हमारे पास कोई तार्किक प्रमाण है कि लाड़ली बहना योजना के कारण बीजेपी को सफलता मिली है। मुझे लगता है किसी भी चुनाव में जीत-हार के बहुत से कारण होते हैं।सवाल- महाराष्ट्र में क्या मध्यप्रदेश की सफलता के बाद लाड़ली बहना योजना को लागू किया गया? इसे आप कैसे देखते हैं
जवाब- महाराष्ट्र में प्रधानमंत्री का नारा था। एक हैं तो सेफ हैं, एक हैं तो नेक हैं। अब वो नारा काम कर गया या जो मराठा अस्मिता की बात थी चुनाव में वो काम किया या लाड़ली बहना ने काम किया। मुझे लगता है कि चुनाव के आंकलन पर हमारे पास कोई तर्किक प्रमाण नहीं। हमने अपने-अपने अनुमान से माना कि इस कारण ऐसा हुआ होगा।सवाल- फ्री बीज योजनाओं को आप कैसे देखते हैं, क्या ये आने वाले भविष्य के लिए सही है?
जवाब- फ्री बीज की शुरुआत साउथ में जब एनटीआर की सरकार बनी थी तब हुई थी। चुनाव के वक्त योजनाओं का लाभ दिया जाने लगा। ये ठीक वैसा ही है कि सरकार ने पांच साल में ऐसा कोई काम नहीं किया जिससे जनता उसे दोबारा वोट दे इसलिए इस तरह की फ्री योजना ले आए। ये बिल्कुल उचित नहीं है और मैं तो चाहूंगा कि चुनाव आयोग को संज्ञान में लेना चाहिए और चुनावी प्रलोभन में इन घोषणाओं को लिया जाना चाहिए।
सवाल- लाड़ली बहना योजना हो या फिर कोई और योजना इसमें जमीनी मुद्दे हावी नहीं हो पाते
जवाब- चुनाव के वक्त किसी भी तरह की फ्री की योजना लाया जाना तो मेरी नजर में चुनावी प्रलोभन होता है। ये लोकतंत्र के लिए बहुत अच्छी बात नहीं है।