
On May 22, the NH and administrative officials had conducted a survey regarding the construction of the bus stand.
इंट्रो: शहर के बाहर नए बस स्टैंड निर्माण के लिए सोनाघाटी के पास प्रशासन ने जमीन चिन्हित की थी, लेकिन एनएच की आपत्ति के बाद प्रशासन को जमीन निरस्त करना पड़ा है। अब फोरलेन से लगी वन विभाग की जमीन पर नए बस स्टैंड का निर्माण किया जाना प्रस्तावित किया गया है। वन विभाग ने जमीन नगरपालिका को स्थानांतरित किए जाने के लिए एनओसी की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
बैतूल।जिला प्रशासन ने सोनाघाटी स्थित फोरलेन के पास ज्ञानोदय विद्यालय की खाली पड़ी जमीन पर नए बस स्टैंड का निर्माण प्रस्तावित किया था, लेकिन बस स्टैंड निर्माण के लिए जब एनएच का अभिमत मांगा गया तो, एनएच के अधिकारियों ने 22 मई को बैतूल पहुंचकर प्रशासिनक अधिकारियों के साथ स्थल निरीक्षण किया था। स्थल निरीक्षण के उपरांत एनएच ने बस स्टैंड निर्माण को लेकर आपत्ति लगा दी है। जिसके कारण प्रशासन को ज्ञानोदय विद्यालय की जमीन से बस स्टैंड निर्माण का प्रोजेक्ट निरस्त करना पड़ा है। अब प्रशासन ने पुरानी जगह से 300 मीटर दूर बस स्टैंड के लिए नई जमीन को फाइनल कर दिया है।
एनएच ने इसलिए लगाई आपत्ति
22 मई को एनएच के अधिकारियों ने एसडीएम, पीडब्ल्यूडी ईई, नपा सीएमओ नपा ईई, सब इंजीनियर के साथ ज्ञानोदय प्रोजेक्ट की प्रस्तावित जमीन पर बस स्टैंड निर्माण को लेकर संयुक्त निरीक्षण किया था। इस निरीक्षण के बाद एनएच ने यहां बस स्टैंड निर्माण को लेकर आपत्ति लगाई हैं। जिसमें बसों के आवागमन के लिए अलग से सर्विस लेन बनाने पहाड़ी को काटना पड़ेगा, जो कि काफी खर्चीला होने के साथ फोरलेन के लिए दिक्कत खड़ी कर सकता है। दूसरा बस स्टैंड बनने से फोरलेन पर इस जगह ट्रैफिक का मूवमेंट का बड़ जाता, जिससे हादसे की संभावना बनी रहती। वहीं बसों के एक लेन से दूसरी लेन तक आवागमन के लिए अंडर पास का बनाया जाना भी खर्चीली प्रकिया होती। इससे बस स्टैंड के निर्माण की लागत भी काफी बढ़ जाती।
वन विभाग की जमीन को किया फाइनल
एनएच की आपत्ति के बाद प्रशासन ने ज्ञानोदय की जमीन को निरस्त कर इससे लगी 300 मीटर दूर वन विभाग की जमीन को बस स्टैंड निर्माण के लिए फाइनल कर दिया है। वन विभाग की करीब 4 एकड़ जमीन बस स्टैंड के लिए ली जा रही है। वन विभाग से जमीन हैंडओवर के लिए एनओसी की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। प्रशासन द्वारा वन विभाग को जमीन के बदले में राशि भी दी जाएगी। बताया गया कि इस जमीन के कुछ दूरी पर ही एनएच का अंडर पास भी मौजूद हैं। जिसके कारण अलग से अंडर पास बनाने का खर्चा वहन नहीं करना पड़ेगा।
नगरपालिका के नाम दर्ज कराई जाएगी जमीन
बस स्टैंड निर्माण के लिए प्रशासन ने वन विभाग की जो जमीन चिन्हित की हैं उसे नगरपालिका को हैंडओवर किया जाएगा। जिससे की भविष्य में यदि बस स्टैंड निर्माण किया जाए तो इसका संचालन और संधारण नगरपालिका द्वारा किया जा सके। पूर्व में ज्ञानोदय विद्यालय की जो जमीन चिन्हित की गई थी वह ग्राम पंचायत कढ़ाई के अंतर्गत आती हैं। जिसके कारण जमीन मिलने के बाद बस स्टैंड के निर्माण और संचालन-संधारण को लेकर पेच खड़ा हो सकता था।
वर्तमान बस स्टैंड छोटा पड़ रहा
शहर के मध्य कोठीबाजार क्षेत्र में स्थित बस स्टैंड वर्तमान ट्रैफिक और बढ़ती जनसंख्या के हिसाब से काफी छोटा हो गया है। शहर के मध्य में बस स्टैंड होने से शहर की ट्रैफिक व्यवस्था भी आए दिन बिगड़ती हैं। वहीं सडक़ों पर भी वाहनेंा का लोड बढ़ गया है। इस समस्या को देखते हुए ही शहर के बाहर बस स्टैंड बनाए जाने पर विचार किया जा रहा है। जिसके लिए आठ महीने पहले नवंबर 2022 में कलेक्टर ने सर्वे कराकर जमीन की तलाश की थी। सोनाघाटी के पास स्थित छह एकड़ जमीन में बस स्टैंड निर्माण किया जाना प्रस्तावित की गई थी, लेकिन एनएच की आपत्ति के कारण इस जमीन को निरस्त कर पुन: नई जमीन तलाश ली गई है।
इनका कहना
- जमीन को लेकर एनएच की आपत्ति थी, जिसके कारण इस जमीन पर सब स्टैंड निर्माण के प्रोजेक्ट को निरस्त करना पड़ा है। इससे 300 मीटर दूर वन विभाग की जमीन है। जिसे बस स्टैंड निर्माण के लिए फाइनल किया गया है। जमीन स्थानांतरण के लिए एनएनओ की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
- अमनबीर सिंह बैंस, कलेक्टर बैतूल।
Published on:
17 Jul 2023 03:03 am
बड़ी खबरें
View Allभोपाल
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
