23 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

एक दिन में 400 बार हंसता है बच्चा, जानिए आप कितना हंसते हैं..

हंसी से हमारे शारीर में ऐसे रसायनों का इस्त्राव होता है जिससे कोई भी व्यक्ति शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ होकर समाज की ज्यादा सेवा कर सकता है

less than 1 minute read
Google source verification

image

Anwar Khan

Nov 23, 2016

laughing

laughing

भोपाल। खुशी इंसान की बुनियादी जरूरत है। चेतन प्राणियों में मनुष्य को ही हंसने की विरासत मिली है। रिसर्च में यह स्पष्ट हुआ कि बच्चा गर्भ में भी हंसता है। एक बच्चा दिन में लगभग 400 बार, एक युवा 17 बार और एक वयस्क दो बार हंसाता है। उलझनों के चलते हमारी हंसी गायब हो गई है। इससे हम बीमार हो रहे हैं। यह बात पूर्व प्रमुख सचिव मप्र विधान सभा भगवानदेव इसरानी ने कही। वे आईईएस में पत्रिका की ओर से आयोजित 'लाफ्टर क्लब' में बच्चों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने बताया कि खुशमिजाज व्यक्ति को हर कोई पसंद करता है। व्यक्ति जितना हंसमुख होता है, उसके सामाजिक संबंध उतने ही मजबूत होते हैं।




हंसी हमारे शरीर पर ऐसे करती है काम
हंसी से हमारे शारीर में ऐसे रसायनों का इस्त्राव होता है जिससे कोई भी व्यक्ति शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ होकर समाज की ज्यादा सेवा कर सकता है, वस्तुत: हास्य आवसादएचिंताएतनाव से उबरने का सबसे प्रभावी उपाय हैं। कहा जा सकता है कि नकली हंसी से क्या शरीर व मन को फायदा हो सकता है। अनुसंधानों ने यह सिद्ध किया है कि नकली हंसी से भी न केवल लाभ पूरा होता है वरन नकली हंसी हंसते-हंसते वह स्वाभाविक हंसी में बदल जाती है।