भोपाल। सिंहस्थ के नजदीक आने के बावजूद जीआरपी और आरपीएफ मिलकर यात्रियों की सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित नहीं करा पा रहे हैं। एक बार फिर ट्रेनों में खुलेआम किन्नरों की वसूली जारी है। चंद घंटों के अंदर हजारों की अवैध वसूली करके किन्नर यहां-वहां निकल जाते हैं और सुरक्षा करने वालों को कानों-कान खबर नहीं होती। ट्रेन में किन्नरों के बढ़ते आतंक के बीच भोपाल के किन्नरों का कहना है कि वे केवल बधाई वसूलते हैं, ट्रेनों में वसूली करने वाले किन्नर असली नहीं है। लेकिन जिम्मेदारों के कानों जूं नहीं रेेंगी। ट्रेनों में वसूली करने वाले किन्नरों पर लगभग छह माह पहले आरपीएफ ने सख्ती दिखाई थी, जिसके बाद वसूली में कमी आई थी। छह महीने की इस सख्ती के बाद आरपीएफ सुस्त पड़ गया।