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MP मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी में दूसरे नंबर पर, कारण कॉल ड्रॉप, कम नेट स्पीड

- एक माह में 11 लाख से अधिक लोगों ने बदली सिम

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भोपाल। मोबाइल ऑपरेटर (मोबाइल नम्बर पोर्टेबिलिटी-Mobile number portability) बदलने वाले उपभोक्ताओं में मध्यप्रदेश देश में दूसरे पायदान पर आ गया है। प्रदेश में एक माह में 11.60 लाख मोबाइल उपभोक्ताओं ने टेलीकॉम ऑपरेटर बदल दिए हैं। मोबाइल नम्बर पोर्टेबिलिटी (Mobile number portability) में पहले स्थान पर उत्तर प्रदेश है। सिम बदलने के पीछे विशेषज्ञ मुख्य कारण कनेक्टिविटी की समस्या और ज्यादा डेटा लेने की होड़ को मानते हैं। दूसरा प्रदेश के बड़े शहरों में 5जी की दस्तक के बाद कॉल ड्रॉप की समस्या भी बढ़ी है।
भारतीय दूर संचार विनियामक (ट्राई) के आंकड़ों के अनुसार, मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ में सभी कंपनियों के दिसंबर-2022 की स्थिति में कुल 7.62 करोड़ मोबाइल ग्राहक हैं।

राज्य: कितने उपभोक्ताओं ने बदले ऑपरेटर
उत्तरप्रदेश पू. 17.10 लाख
उत्तरप्रदेश प. 12.80 लाख
मध्यप्रदेश 11.60 लाख
महाराष्ट्र 10.40 लाख
राजस्थान 7.60 लाख
गुजरात 7.60 लाख
प.बंगाल 7.50 लाख
आंध्रप्रदेश 6.50 लाख
कर्नाटक 6.20 लाख
दिल्ली 6.10 लाख
हिमाचल प्रदेश 3.20 लाख
(दिसम्बर 2022 में मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी Mobile number portability की स्थिति)

ये है परेशानी...इसलिए इधर से उधर जा रहे उपभोक्ता
- कनेक्टिविटी समस्या ज्यादा है। कॉल ड्रॉप से लेकर इंटरकॉल कनेक्टिंग की परेशानी बढ़ी है।
- जहां डेटा स्पीड ज्यादा मिलती है, उपभोक्ता वहीं डायवर्ट हो रहे है। क्योंकि, डेटा की उपयोगिता और जरूरत तेजी से बढ़ती जा रही है।
- मोबाइल ऑपरेटर का इन्फ्रास्ट्रक्चर बहुत ज्यादा अपग्रेड नहीं, लेकिन उपभोक्ता संख्या और डेटा का उपयोग तेजी से बढ़ा है।

मप्र-छग सर्किल में ग्राहक
जियो 3.82 करोड़
एयरटेल 1.52 करोड़
वीआइ 1.73 करोड़
बीएसएनल 54.4 लाख

यहां 5जी सेवा
मध्यप्रदेश में अब तक इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन, रीवा, रतलाम, सागर और छिंदवाड़ा शहर में 5जी सेवा लॉन्च हो चुकी है।

क्या कहते हैं एक्सपर्ट : 5जी से हो रहा बदलाव
लोगों में डाटा और तेज इंटरनेट की ज्यादा मांग है। ऐसे में 5जी की तरफ उपभोक्ताओं का ज्यादा ध्यान है। इसीलिए लोग बार-बार कंपनियां बदल रहे हैं। बदलाव का ये प्रमुख कारण है। दूसरा उपभोक्ताओं का बड़ा वर्ग कंपनियों के ऑफर और सस्ती सेवाओं का लाभ लेना चाहता है। इससे किसी कंपनी के मोबाइल कनेक्शन बढ़ रहे हैं तो किसी के कम हो रहे हैं।
- डॉ. महेश शुक्ला, पूर्व डायरेक्टर जनरल टेलीकॉम एवं सदस्य, सेवाएं टेलीकॉम कमीशन ऑफ इंडिया