अध्ययन के अनुसार, इनमें उन युवतियों की संख्या सबसे अधिक है, जिनके साथ शादी का झांसा देकर शारीरिक शोषण किया गया है। इसके अलावा, दुष्कर्म का केस दर्ज कराने वाली युवतियों में 13 फीसदी ऐसी भी हैं, जिनके साथ उनके बेहद करीबी रिश्तेदार या फिर वो शामिल हैं, जिनपर युवती सबसे अधिक भरोसा करती थी। सिर्फ 2 फीसदी मामलों में प्रदेशभर में युवतियों द्वारा अपरिचितों के खिलाफ केस दर्ज कराया है। अध्ययन में ये भी सामने आया कि, दुष्कर्म के ज्यादातर मामलों में पीड़िता की उम्र 18 वर्ष से अधिक पाई गई है।
यह भी पढ़ें- गर्भपात मामले में हाईकोर्ट सख्त : बोला- 'अभिशाप हैं लिव इन संबंध, बढ़ रहे यौन अपराध'
शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने पर ज्यादातर केस दर्ज
जांच में ये भी सामने आया कि, इन 85 फीसदी युवतियों की तरफ से अपने लिव-इन पार्टनर के खिलाफ इसलिए दुष्कर्म का केस दर्ज कराया, क्योंकि उन पार्टनरों ने युवतियों के साथ शादी करने से इंकार कर दिया था। पार्टनर दूसरी लड़की से शादी करना चाहता था या फिर पहले ही शादीशुदा था। 2022 के शुरुआती तीन महीने का ग्राफ देखें तो इस दौरान महिला अपराधों में प्रदेश में 14.6 फीसदी तो भोपाल में 26 फीसदी कमी आई है। भोपाल में पिछले साल 146 एफआईआर हुई थीं, जो इस साल 31 मार्च तक घटकर 108 पर आ गईं।
चौंका देंगे ये आंकड़े
2021 में सबसे ज्यादा रेप केस दर्ज- मप्र पुलिस की वेबसाइट पर दिए गए दुष्कर्म के महीनेवार आंकड़ों को जोड़ें तो साल 2019 में दुष्कर्म के 4653, 2020 में 4552 और 2021 में 5271 केस दर्ज हुए। इन्हीं में 85 फीसदी केस लिव-इन रह रही युवतियों द्वारा उनके पार्टनरों के खिलाफ दर्ज कराए हैं।
बागेश्वर धाम के पुजारी पं. धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के बिगड़े बोल, देखें वीडियो