24 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

ABVP की मांग – छात्रों पर दर्ज केस वापस लें…, दूसरा छात्र समूह बोला- ट्वीट से दिक्कत है तो साइबर सेल में शिकायत करें

माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय (एमसीयू) में एडजंक्ट प्रोफेसर दिलीप मंडल और मुकेश कुमार द्वारा सोशल मीडिया पर एक वर्ग विशेष के खिलाफ किए गए पोस्ट को लेकर पिछले दो दिनों से चल रहे विवाद के बीच अब विवि के ही छात्रों एक समूह उनके समर्थन में आ गया है।

2 min read
Google source verification

भोपाल

image

Vikas Verma

Dec 15, 2019

EOW ने 19 प्रोफेसर का रेकार्ड जब्त किया, 800 अध्ययन केंद्रों की होगी जांच

EOW ने 19 प्रोफेसर का रेकार्ड जब्त किया, 800 अध्ययन केंद्रों की होगी जांच

भोपाल। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय (एमसीयू) में एडजंक्ट प्रोफेसर (अनुबंधक प्राध्यापक) दिलीप मंडल और मुकेश कुमार द्वारा सोशल मीडिया पर एक वर्ग विशेष के खिलाफ किए गए पोस्ट को लेकर पिछले दो दिनों से चल रहे विवाद के बीच अब विवि के ही छात्रों एक समूह उनके समर्थन में आ गया है। शनिवार सुबह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर लगाम लगाने के खिलाफ छात्रों का एक समूह कुलपति कार्यालय के बाहर सत्याग्रह पर बैठ गया।

छात्रों ने एक विचारधारा से ग्रसित व्यक्ति विशेष द्वारा दोनों प्रोफेसर्स को बर्खास्त करने की मांग को गलत बताते हुए कहा कि अगर इन दोनों प्रोफेसर्स को हटाया गया तो वे अहिंसक आंदोलन करेंगे। छात्रों ने रजिस्ट्रार दीपेन्द्र बघेल को ज्ञापन सौंपते हुए मांग की है कि जिन छात्रों ने विवि में तोडफ़ोड़ की है उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। बता दें, शनिवार से विवि में प्रायोगिक परीक्षाएं प्रारंभ हो गई हैं, इस बीच विवि के छात्र पूरे दिन इस मामले पर चर्चा करते दिखे।

ट्वीट निजी विचार, दिक्कत है तो साइबर सेल में करें शिकायत

एडजंक्ट प्रोफेसर्स दिलीप मंडल व मुकेश कुमार के पक्ष में कुलपति कार्यालय के बाहर सत्याग्रह करने वाले समूह के एक छात्र धर्मेन्द्र कमरिया ने बताया कि देश में प्रत्येक व्यक्ति को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है। अगर दिलीप मंडल और मुकेश कुमार अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर कुछ भी लिखते हैं तो यह उनके निजी विचार है। शुक्रवार को जिस तरह विवि के कुछ छात्र इसे मुद्दा बनाकर हंगामा कर रहे थे, अगर उन छात्रों को वाकई इन ट्वीट से कोई दिक्कत थी तो उन्होंने साइबर सेल में शिकायत क्यों नहीं की। दरअसल, एक विचारधारा से ग्रसित छात्र संगठन विवि की छवि को बिगाडऩे की कोशिश कर रहे हैं।

एबीवीपी की मांग- छात्रों पर दर्ज केस वापस ले विवि

वहीं दोपहर 3 बजे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) विवि प्रबंधन से दिलीप मंडल और मुकेश कुमार को बर्खास्त करने की मांग का समर्थन करते हुए रजिस्ट्रार को ज्ञापन सौंपा। एबीवीपी का कहना है कि किसी भी विश्वविद्यालय या महाविद्यालय में किसी भी वर्ग के लिए कोई अपमानजनक व द्वेषपूर्ण विचार या अभिव्यक्ति स्वीकार नहीं की जानी चाहिए। कुलपति और विवि प्रबंधन ने छात्रों के साथ पुलिस द्वारा जो दुव्र्यवहार कराया है, यह सरासर गलत है। कुलपति को विद्यार्थियों के साथ संवाद कर छात्रों कि मांग को मानते हुए, दोनों अनुबंधित प्रोफेसरों को तत्काल बर्खास्त करना चाहिए। साथ ही आंदोलन करने वाले सभी छात्रों पर दर्ज केस वापस लिया जाए।

विवि ने 10 छात्रों पर दर्ज कराई है एफआईआर

गुरुवार को विवि में तोडफ़ोड़ के मामले में विवि प्रबंधन ने 10 छात्रों के खिलाफ एमपी नगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। पुलिस ने इस मामले में छात्रों के खिलाफ आईपीसी की धारा 353, 341, 147, 427 के तहत बलवा करने व शासकीय कार्य में बाधा करने का मुकदमा दर्ज किया है।


एबीवीपी के सदस्यों ने विवि प्रबंधन को ज्ञापन सौंपकर एडजंक्ट प्रोफसर्स को बर्खास्त करने वछात्रों पर दर्ज वापस लेने की मांग की। वहीं विवि के छात्रों के एक समूह ने भी ज्ञापन सौंप कर इन प्रोफेसर्स को नहीं हटाने की मांग की है। विवि प्रबंधन दोनों पक्षों पर विचार कर इस मामले में निर्णय लेगा। - दीपेन्द्र बघेल, रजिस्ट्रार, एमसीयू