MP News: बीते दिन भी जिला प्रशासन के अफसरों ने मेट्रो रेल कारपोरेशन अधिकारियों के साथ बैठक कर उनकी आगामी योजना समझी।
MP News: मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट अफसरों के लिए एक बड़ी चिंता का विषय बन गया है। बीते दिन भी जिला प्रशासन के अफसरों ने मेट्रो रेल कारपोरेशन अधिकारियों के साथ बैठक कर उनकी आगामी योजना समझी। स्थिति ये हैं कि मुख्यमंत्री दिल्ली में कह चुके हैं कि अक्टूबर में भोपाल में मेट्रो यात्रियों के साथ चलेगी जबकि वर्तमान स्थिति यह है कि एस से डीआरएम कार्यालय तक के तीन मेट्रो स्टेशन अधूरे हैं। करीब 30 फीसदी काम बाकी है।
यहां एक्सीलेटर से लेकर एंट्री-एग्जिट, इंटीरियर समेत ट्रैफिक, पार्किंग, रोड सुधार, ड्रेन और तमाम काम बाकी है। अब बारिश शुरू हो चुकी है, जिससे काम प्रभावित होंगे। अक्टूबर में कमर्शियल रन करने के लिए सितंबर में हर हाल में काम पूरा करना है। ये कैसे होगा? यही बड़ा सवाल है।
इंदौर मेट्रो ट्रेन का कमर्शियन रन शुरू हो चुका है। शुरुआती उत्साह और छूट में मिले यात्री अब नदारद है। 90 फीसदी यात्री अब सिस्टम का उपयोग नहीं कर रहे। दस फीसदी के भरोसे कैसे काम चलेगा? इंदौर में हर कोई ये सवाल पूछ रहा है। ये सवाल अब इंदौर से ज्यादा भोपाल में अफसरों के बीच में है। बैठक में यह भी चर्चा का बड़ा मुद्दा रहा। एस, साकेत नगर, शक्तिनगर के लोगों को सुभाष नगर, एमपी नगर तक आने की कितनी जरूरत है। कितना ट्रैफिक अभी आता है? यहीं सवाल किए जा रहे हैं।
बताया जा रहा है कि मेट्रो रेल कारपोरेशन इसे लेकर नए सिरे से ट्रैफिक सर्वे भी शुरू करने जा रहा है। इसमें एस से एमपी नगर, सुभाष नगर की ओर व यहां से एस की और आवाजाही करने वाले वाहनों की गिनती की जाएगी। वाहनों से आए लोगों को पार्किंग कहां देंगे, वे क्यों मेट्रो में बैठेंगे, मौजूदा पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम से मेट्रो का क्या ओर किस तरह की चुनौती है? इन तमाम सवालों के जवाब अब धरातल पर तलाशने की कोशिश की जा रही है। एमडी मेट्रो रेल कारपोरेशन एस कृष्ण चैतन्य का कहना है कि मॉनीटरिंग बढ़ाई है। काम सितंबर तक पूरा कराएंगे।