माइग्रेन का शिकार होने पर पीड़ित को आधे सर में काफी तेज़ दर्द होता है। इसका उपचार करने पर कुछ देर के लिए आराम मिल जाता है, लेकिन काम के दबाव, समय पर खाना ना खाने या किसी टेंशन के कारण इसकी पीड़ा दोबारा से शुरु हो जाती है। यानी मेहंगा से महंगा इलाज करने पर भी पीड़ित को परमनेंट राहत नहीं मिलती। माइग्रेन की पीड़ा ज्यादा बढ़ने पर पीड़ित को उल्टी-दस्त की समस्या भी हो सकती है। हालांकि, आयुर्वेद में माइग्रेन के दर्द का सस्ता और कारगर इलाज मौजूद है। लेकिन कई लोगों को इसके बारे में पता ना होने के कारण ज्यादातर लोग लंबा इलाज करने के बावजूद भी समय समय पर इसकी पीड़ा बरदाश्त करते रहते हैं। आज हम आपको माइग्रेन के आयुर्वेद से प्रमाणित कुछ घरेलु उपचार बताएंगे, जिसके बाद आप आधे सर की इस पीड़ा से निजात पा सकते हैं।
माइग्रेन दर्द के घरेलू उपाय
-2 नारियलों को बारीक काटकर इसमें 1/2 किलो गुड़ में एक छोटी टिक्की कपूर कि मिला लें और फिर नारियल मिलकर लड्डू बना रख लें। अब रोज़ाना खाली पेट सूर्योदय से पहले एक लड्डू का सेवन कर लें। इसका 5 दिन प्रयोग करने से आधे सर कर दर्द दूर हो जाएगा।
-दही चावल में मिश्री मिलाकर सूर्योदय से पहले खाने से आधे सर के दर्द ठीक हो जाता है। इस घरेलू प्रयोग को कम से कम 7 दिनों तक करना होता है।
-10 ग्राम लौंग और 10 ग्राम तंबाकू के पत्ते को पानी के साथ पीस कर माथे पर लेप करने से आधे सर के दर्द से निजात मिलती है।
-50 मिली लीटर बकरी का दूध लें और इसमें 50 मिली लीटर भंगरे का रस मिलाकर धूंप में रख दें। धुप में इस दूध के गर्म होने के बाद इसमें 5 ग्राम काली मिर्च पीसकर मिला लें और सर पर मलें इससे आधे सर के दर्द जड़ से खत्म हो जाएगा। इस प्रक्रिया को कम से कम पांच दिन आजमाना होगा।