
भोपाल. कलियासोत नदी से 33 मीटर में बफर जोन पर बने निर्माणों को हटाने की जमीनी कार्रवाई अगले सप्ताह से नजर आ सकती है। नदी के 33 मीटर में 70 से अधिक निर्माण हटाने के लिए नगर निगम ने चिन्हित किए हैं। कलियासोत नदी के 33 मीटर की बजाय नदी में ही निर्माण की स्थिति है। सीएस और पीएस को भी 15 जनवरी तक आदेश पालन करने से जुड़ी रिपोर्ट सबमिट करनी है। ऐसे में कोशिश ये है कि नदी के अंदर और किनारों के निर्माणों को हटाना शुरू हो, ताकि एनजीटी के सामने आदेश पालन की रिपोर्ट प्रस्तुत करने में मुश्किल न हो। यदि निर्माण नहीं हटाए तो फिर एनजीटी से समय सीमा बढ़वाने में भी दिक्कत होगी।
कलियासोत पर आपत्तियां की सुनवाई के लिए गठित हाई पावर कमेटी की बैठक शुक्रवार को होगी। कमेटी के अध्यक्ष संयुक्त संचालक नगरोटा ग्राम निवेशक को बनाया गया है, जबकि संयोजक नगर निगम के सिटी प्लानर हैं। बैठक में नदी के 33 मीटर दायरे में शामिल निर्माण से जुड़े मामलों को रखा जाएगा। इनमें तमाम अनुमतियों परिस्थितियों को देखकर कमेटी निर्णय लेगी। गौरतलब है कि कलियासोत से 33 मीटर दायरे में कई बड़े आवासीय प्रोजेक्ट आ रहे हैं। इनमें निगम प्रशासन व जिला प्रशासन ने करीब 1100 से ज्यादा भवनों को नोटिस जारी किए हैं।
ड्रोन सर्वे में 1100 निर्माण पाए गए
गौरतलब है कि कलियासोत नदी किनारे से 33 मीटर दायरे में मेप आइटी ने ड्रोन सर्वे कर 1100 निर्माणों को पाया था। इसकी सूची जिला प्रशासन व निगम प्रशासन को दी। इसके आधार पर वे भौतिक सत्यापन कर निशान लगा रहे हैं। नोटिस भी दे रहे हैं। इसमें उन्हें भी नोटिस मिले हैं, जिनके भवनों को 30 मीटर में अनुमति दी गई थी। जिन निर्माणों पर विवाद है, उन्हें तोडऩे की बजाय हाइ पॉवर कमेटी के सामने इनका पक्ष रखा जाएगा।
Published on:
12 Jan 2024 06:43 pm
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