मध्यप्रदेश कांग्रेस में एकजुटता के सारे प्रयास विफल होने के बाद अब डेढ़ दर्जन पदाधिकारी तैनात किए गए हैं। ये अन्य राज्यों से हैं। उद्देश्य सिर्फ यही है कि घर बैठ चुके कांग्रेसियों को मनाया जाए। पार्टी के आंदोलनों में इनकी सक्रिय भागीदारी नजर आए। नोटबंदी लागू होने के बाद कांग्रेस का फोकस अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी है। आरोप है कि नोटबंदी के बाद आमजन लगातार परेशान हैं। प्रधानमंत्री ने 50 दिन का वक्त मांगा था, लेकिन इसके बाद भी स्थिति नहीं सुधरी। प्रदेश में 6 जनवरी को जिला स्तर पर प्रदर्शन होना है। नए साल में कांग्रेस का यह बड़ा आंदोलन होगा।