Play schools- मध्यप्रदेश में बच्चों और उनके अभिभावकों को सरकार बड़ी सौगात दे रही है। प्रदेश सरकार 24662 आंगनबाड़ियों को 'प्ले स्कूल' के रूप में डेवलप कर रही है।
Play schools- मध्यप्रदेश में बच्चों और उनके अभिभावकों को सरकार बड़ी सौगात दे रही है। प्रदेश सरकार 24662 आंगनबाड़ियों को 'प्ले स्कूल' के रूप में डेवलप कर रही है। इन आंगनबाड़ियों का कायाकल्प कर न केवल स्मार्ट लुक दिया जाएगा बल्कि यहां डिजिटल लर्निंग से लेकर पोषण वाटिका तक की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। प्रदेश में प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल एवं शिक्षा (ECCE) को मजबूती प्रदान करने और बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए यह पहल की जा रही है।
एमपी के 25 प्रतिशत आंगनबाड़ी केंद्र अब ‘सक्षम आंगनबाड़ी केंद्र’ के रूप में विकसित किए जाएंगे। इन्हें ECCE और स्मार्ट सुविधाओं से संवारा जाएगा। प्रदेश के 24662 आंगनबाड़ी केंद्रों को सक्षम आंगनबाड़ी केंद्रों के रूप में उन्नत किया जा रहा है।
महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा इन केंद्रों को 3 से 6 वर्ष तक के बच्चों के लिए 'प्ले स्कूलों' की तर्ज पर आधुनिक तकनीक और मूलभूत सुविधाओं से सुसज्जित कर स्मार्ट बनाया जा रहा है। ऐसे हरेक आंगनबाड़ी केंद्र में एलईडी (स्मार्ट टीवी), वॉटर प्यूरीफायर, वर्षा जल संचयन प्रणाली, पोषण वाटिका होगी। खास बात यह है कि यहां ECCE गतिविधियों के लिए आवश्यक सभी संसाधनों भी मुहैया कराए जाएंगे।
प्रारंभिक शिक्षा को रोचक और प्रभावी बनाने के उद्देश्य से आंगनबाड़ी केंद्रों में एलईडी स्मार्ट टेलीविज़न लगाए जा रहे हैं। इनका उपयोग बच्चों को हिन्दी-अंग्रेज़ी वर्णमाला, गिनती, और अन्य पूर्व-प्राथमिक शिक्षा गतिविधियों के विज़ुअल टूल्स के माध्यम से ज्ञान देने में किया जाएगा। प्ले स्कूल जैसी यह पहल बच्चों में सीखने के प्रति रुचि और आनंद उत्पन्न करेगी, जिससे उनके शारीरिक और मानसिक विकास को बल मिलेगा।
आंगनबाड़ी केंद्रों पर वॉटर प्यूरीफायर लगाए जा रहे हैं, जिससे बच्चों को स्वच्छ पेयजल सुलभ हो सके। यह प्रयास जलजनित बीमारियों की रोकथाम में प्रभावी साबित होगा और बच्चों के पोषण एवं स्वास्थ्य सुरक्षा को सुनिश्चित करेगा।
इन आंगनबाड़ी केंद्रों पर रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाए जा रहे हैं। हर आंगनबाड़ी केंद्र की उपलब्ध भूमि में पोषण वाटिका (Nutrition Garden) भी तैयार की जा रही है, जिसमें मौसमी सब्जियाँ व फलदार पौधे लगाए जा रहे हैं। इन ताजे, पोषक और किफायती खाद्य पदार्थों से आंगनबाड़ी के बच्चों और आसपास के जरूरतमंद परिवारों को भी लाभ होगा।
आंगनबाड़ी केंद्रों में ECCE (Early Childhood Care and Education) गतिविधियों के अंतर्गत बच्चों को शिक्षात्मक खेल सामग्री, पाठ्य पुस्तिकाएं और अन्य शिक्षण संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इससे बच्चों का बौद्धिक, संज्ञानात्मक और सामाजिक विकास होगा।
क्या होते हैं प्ले स्कूल
प्ले स्कूूल, जिसे प्री स्कूल या किंडरगार्टन भी कहा जाता है, छोटे बच्चों के लिए एक शिक्षा संस्थान है। आमतौर पर 3 से 5 साल की उम्र के बच्चों के लिए ये स्कूल औपचारिक शिक्षा के लिए तैयार करने और सामाजिक, भावनात्मक और संज्ञानात्मक कौशल विकसित करने में मदद करते हैं। प्ले स्कूल में, बच्चों को कला, संगीत, कहानी-कथन और शारीरिक खेल गतिविधियों के माध्यम से सिखाया जाता है। प्रदेश सरकार की मंशा है कि आंगनबाड़ी केंद्रों में आनेवाले बच्चे भी यही माहौल महसूस करें।