मध्यप्रदेश के नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि एग्जिट पोल के अनुसार एक बार फिर नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं, वहीं मध्य प्रदेश में कांग्रेस को दो से तीन सीटें मिलने वाली हैं, यह इस बात का संकेत है कि वर्तमान सरकार ने जनता का भरोसा खो दिया है। इसलिए उनकी मांग है कि राज्य विधानसभा का सत्र बुलाया जाए।
गोपल भार्गव ने कहा कि इसके लिए मैं राज्यपाल को पत्र लिखने वाला हूं। उन्होंने कहा कि विधानसभा सत्र में सत्ताधारी दल की शक्ति का भी परीक्षण हो जाएगा। कांग्रेस के पास दूसरों के सहयोग से बहुमत है, भाजपा चाहती तो वह भी जोड़-तोड़ करके सरकार बना सकती थी, मगर भाजपा ने ऐसा नहीं किया।
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश विधानसभा में 230 विधायक हैं। जिसमें कांग्रेस के 114 और भारतीय जनता पार्टी के 109 विधायक हैं। इसके साथ ही बसपा, समाजवादी पार्टी और निर्दलीय विधायकों के समर्थन से कमलनाथ की सरकार चल रही हैं। वहीं, लोकसभा चुनाव को लेकर मध्यप्रदेश की 29 सीटों के लिए जो एग्जिट पोल आए हैं, उस हिसाब से कांग्रेस को पांच सीटें मिलती दिखाई दे रही है।
दरअसल, नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ही नहीं बीजेपी के कई बड़े नेता बीच-बीच में एमपी में सरकार बनाने के दावे करते रहे हैं। हालांकि आधार क्या है इसके बारे में कभी किसी नेता ने नहीं बताया। लेकिन इतना तो तय है कि एग्जिट पोल के नतीजों को देख बीजेपी नेता जोश में आ गए हैं। ऐसे में सबको 23 मई तक इंतजार करना होगा।