
MPPSC Result
MPPSC: मध्यप्रदेश लोकसेवा आयोग (एमपी-पीएससी) ने राज्य सेवा परीक्षा 2022(State Service Examination 2022) के परिणाम शनिवार शाम जारी कर दिए। परीक्षा में देवास के जामगोद की दीपिका पाटीदार(Deepika Patidar) ने 1575 में से 902.75 अंक प्राप्त कर प्रथम स्थान प्राप्त किया। नर्मदापुरम के आदित्य नारायण तिवारी को 1575 में से 897.50 अंक मिले। वे दूसरे स्थान पर रहे। दोनों डिप्टी कलेक्टर के लिए चुने गए हैं। डीएसपी के 19 पद में भोपाल की रमशा अंसारी टॉपर बनीं। उन्हें 880.50 अंक मिले हैं। दीपिका के पिता गोपाल पाटीदार गढ़खूजरिया पंचायत के सचिव हैं। आदित्य के पिता सत्यनारायण तिवारी किसान व मां संध्या तिवारी सरकारी स्कूल में शिक्षिका हैं। वहीं, रमशा के पिता कृषि विभाग में यूडीसी थे।
इसमें 1599 अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया था। अभी 87/13 के फॉर्मूले के तहत 405 पदों के लिए परिणाम(MPPSC Result) जारी किए हैं। वेबसाइट पर 394 अभ्यर्थियों की सूची जारी की है। बाकी सूची अपडेट होगी। परिणाम में डिप्टी कलेक्टर और डीएसपी दोनों पदों पर लड़कियों ने बाजी मारी है। 24 डिप्टी कलेक्टरों में 11 लड़कियां हैं। टॉप-10(MPPSC Toppers) में 7 लड़कियों ने जगह बनाई है। बता दें, एमपी-पीएससी ने 456 पदों के लिए परीक्षा का विज्ञापन 30 दिसंबर 2022 को प्रकाशित किया। प्रारंभिक परीक्षा 12 जुलाई 2023 व मुख्य परीक्षा 8 से 12 जनवरी 2024 को हुई थी। मुख्य परीक्षा का परिणाम 7 जून 2024 को घोषित हुआ। इंटरव्यू 11 नवंबर 2024 से 9 जनवरी 2025 के बीच हुए थे।
1. दीपिका पाटीदार - 902.50
2. आदित्य नारायण तिवारी - 897.50
3. सुरभि जैन - 893
4. महिमा चौधरी - 888.50
5. धर्म प्रकाश मिश्रा - 885.75
6. स्वाति सिंह - 884.75
7. उमेश अवस्थी - 883.50
8. कविता देवी यादव - 882.50
9. रमशा अंसारी - 880.50
10. अनुश्री शुक्ला - 879.25
देवास के जाममगोद गांव की दीपिका पाटीदार ने इंदौर में होलकर साइंस कॉलेज से पढ़ाई की। पिता गोपाल पाटीदार गढख़ूजरिया ग्राम पंचायत के सचिव हैं। मां सुमनबाई गृहिणी है। दीपिका बड़ी बेटी है। उसने 12वीं से लेकर आगे की पढ़ाई इंदौर में ही रहकर की। उन्हें कुल 1575 में से 902.75 अंक मिले। मुख्य परीक्षा में 1400 में से 756.75 और इंटरव्यू में 175 में से 146 अंक मिले।
नर्मदापुरम के कोठी बाजार के आदित्य नारायण तिवारी 2014 से तैयारी कर रहे थे। पहले स्वच्छता निरीक्षक, पटवारी की परीक्षा में पास हुए, पर सपना डिप्टी कलेक्टर का था। 2021 में सहकारिता निरीक्षक के लिए चुने गए। अभी हरदा में पदस्थ हैं, तीसरे प्रयास में मनचाही सफलता मिली। आदित्य ने कहा, धैर्य रखकर मेहनत करें। सपने पूरे होंगे। मैंने भी इंदौर में कोचिंग में बच्चों को पढ़ाते हुए पढ़ाई की।
भोपाल की रमशा अंसारी ने एक्सीलेंस कॉलेज से इकोनॉमिक्स ऑनर्स किया है। खुद पढ़ाई कर सफलता हासिल की। पिता मो. अंसारी कृषि विभाग में यूडीसी थे। मां संजीदा अंसारी गृहिणी हैं। रमशा ने कहा, लक्ष्य आइएफएस है। रमशा ने 2018, 2021 व 2022 में इंटरव्यू दिए थे। तीसरी बार में इंटरव्यू में सफल हुईं। उन्होंने कहा, सफलता के लिए खुद पर भरोसा होना जरूरी है।
रीवा के ऑटो चालक की बेटी आयशा अंसारी ने आर्थिक संकट के बीच खुद को तराशा। महंगी कोचिंग जाने की स्थिति नहीं थी। सरकारी प्रवीण कुमारी उमावि व आदर्श विज्ञान कॉलेज से पढ़ीं। खुद मेहनत की। दो बार सफलता नहीं मिली, पर हौसला नहीं छोड़ा। तीसरी बार में वे सफल हुईं।
Updated on:
19 Jan 2025 08:59 am
Published on:
19 Jan 2025 08:49 am
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