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भोपाल

MPPSC Toppers Success Stories : एमपी की वो Topper Girls जिनकी कड़ी मेहनत ने जीत लिया सबका दिल

MPPSC Toppers Success Stories : राज्य सेवा चयन परीक्षा-2021 के रिजल्ट घषित होने पर हम आपको प्रदेश की उन टॉपर गर्ल्स को मिली सफलता के पीछ के परीश्रम उनकी रणनीति के बारे में बताएंगे, जो सिविल सर्विसेज की तैयारी करने वाले युवाओं के काम आ सकती हैं।

भोपालJun 07, 2024 / 03:27 pm

Faiz

MPPSC Toppers
MPPSC Toppers Success Stories : मध्य प्रदेश लोकसेवा आयोग ( MPPSC ) द्वारा आयोजित राज्य सेवा चयन परीक्षा-2021 के रिजल्ट घषित हो गए हैं। खास बात ये है कि परीक्षा के टॉप 10 टॉपर्स की लिस्ट में 7 नाम बेटियों के हैं। परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। ऐसे में हम आपको इन्हीं Topper Girls को मिली सफलता के पीछ के परीश्रम उनकी रणनीति के बारे में बताएंगे, जो सिविल सर्विसेज की तैयारी करने वाले युवाओं के काम आ सकती हैं।
सबसे पहले हम बात करते हैं मध्य प्रदेश के रायसेन जिले की अंकिता पाटकर के बारे में। 1500 में 942 अंक प्राप्त कर अव्वल रही। अंकिता फिलहाल औबेदुल्लागंज जनपद में सहायक विकास विस्तार अधिकारी के पद पर पदस्थ हैं। वो अपनी इस सफलता से बेहद खुश हैं। उन्होंने बताया कि उन्हें सरकारी सेवा में जाना था, इसलिए बचपन से उन्होंने कड़ी मेहनत शुरू कर दी थी। स्कूल के बाद रोजाना होमवर्क और रिवीजन करना उनकी आदत में शुमार है। नावोदय से 12वीं कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद उन्होंने भोपाल में रहकर तैयारी की, लेकिन कोरोना के चलते उन्हें भोपाल छोड़ना पड़ा। बाद में घर पर रहकर ही रोजाना 10 से 12 घंटे पढ़ाई की है।
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‘तहसीलदार बनने के बाद रात की नींद से निकाला पढ़ने का समय’

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अंकिता के अनुसार, नौकरी के साथ तैयारी करना बेहद जटिल था। लेकिन दृण निश्चय था कि देश की सेवा के लिए समय को भी पीछे छोड़ना पड़े तो कोई परवाह नहीं, बस इसी जिद, दफ्तर के स्टाफ और माता पिता के आशीर्वाद ने आज सफलता दिलाई है। अंकिता के अनुसार, उन्होंने जून 18 से एमपीपीएससी की तैयारी शुरू कर दी थी। उस समय तो वो पूरा समय सिर्फ पढ़ने में ही बिताती थी, लेकिन पिछले डेढ़ साल पहले वो तहसीलदार के पद पर चयनित हो गईं। इसके बाद पढ़ाई के लिए ज्यादा से ज्यादा समय निकाल पाना बड़ा जटिल हो गया था। इसके बाद भी पढ़ाई के लिए कम से कम 6 घंटे जरूर निकाले भले ही इस समय को अपनी रात की नींद से निकालना पड़ा।

माता-पिता के आशीर्वाद और मोरल सपोर्ट सफलता का आधार

अंकिता ने पटवारी एग्जाम के साथ हुए सहायक विकास विस्तार अधिकारी का एग्जाम भी दिया था। खास बात ये है कि वो भी क्लियर हो गया। इस परीक्षा के लिए भी वो सुबह 3 घंटे और शाम को पांच घंटे अलग से पढ़ाई करती थीं। फिलहाल, अंकिता अपनी इस सफलता का सबसे बड़ा श्रेय अपने माता-पिता के आशीर्वाद को देती हैं। उनका कहना है कि इसमें कोई संदेह नहीं कि उन्होंने इस सफलता को पाने के लिए जी तोड़ मेहनत की है, लेकिन माता-पिता के आशीर्वाद और मोरल सपोर्ट ने इस सफलता को सार्थक बनाया है।
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डीएसपी बनीं अपर कलेक्टर

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बैतूल की रहने वाली अवंधति प्रधान वर्तमान में नीमच में डीएसपी के पद पर हैं। उन्होंने वर्ष 2019 में सिविल इंजीनियर की पढ़ाई पूरी की थी। वर्ष 2020 में पहली बार परीक्षा में हिस्सा लिया। पहले प्रयास में डीएसपी का पद हासिल किया। इसके बाद भी तैयारी नहीं छोड़ी। इस बार परीक्षा में 17वीं रैंक हासिल कर अपर कलेक्टर बनी हैं। अवंधति ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता को दिया है।
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परिवार से दूर रहना सबसे बड़ा संघर्ष

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करीब 6 साल की मेहनत के बाद प्रिया अग्रवाल लेबर ऑफिसर बनी हैं। वे बताती हैं कि मैंने 2018 से तैयारी शुरू की थी। 2019 में इंटरव्यू दिया, लेकिन रिजल्ट प्रोविजनल में अटका है। 2020 में इंटरव्यू में क्वालिफाई नहीं हो पाई। आखिरकार 2021 में मुझे पोस्ट मिल ही गई। 6 साल की यह जर्नी आसान नहीं थी। परिवार से दूर रहने के साथ ही कई विपरीत परिस्थितियों में भी उनसे दूर रही। बड़े पिताजी के निधन के दो दिन बाद ही पेपर होने के कारण मुझे इंदौर लौटना पड़ा। उस समय परिवार ने ही मेरा हौसला बढ़ाया और मैंने एग्जाम क्लीयर की।

इन पदों पर हुई नियुक्ति

बता दें कि आयोग ने 17 से 27 जुलाई 2023 के बीच मुख्य परीक्षा आयोजित की थी। 25 नवंबर को इसके परिणाम जारी किए गए। 18 अप्रैल से 24 मई के बीच इंटरव्यू हुए। एक माह चले इंटरव्यू में 1046 उम्मीदवार शामिल हुए। गुरुवार को अंतिम परिणाम 87/13 के फॉर्मूले पर निकाला गया। मालूम हो, 290 पदों में 68 सामान्य, 34 एससी, 67 एसटी, 91 ओबीसी, 30 ईएसडब्ल्यू वर्ग के लिए आरक्षित थे। जिला पंजीयक सहायक संचालक, डिप्टी कलेक्टर, डीएसपी, वाणिज्यिक कर अधिकारी, उप पुलिस अधीक्षक, श्रम अधिकारी, मुख्य नगर पालिका अधिकारी, अतिरिक्त सहायक विकास आयुक्त, नायब तहसीलदार, सहायक श्रम अधिकारी, वाणिज्यिक कर निरीक्षक सहित अन्य विभागों के पदों पर नियुक्ति की गई है।

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