25 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

विचित्र वीणा और ख्याल वादन से सजी संगीतमय शाम

14 रागों से सजी रागमाला द्वारा स्वर समर्पण

2 min read
Google source verification
news

baithak

भोपाल. बैठक-द आर्ट हाउस में तीन दिवसीय राष्ट्रीय महिला संगीत एवं कला उत्सव- स्वर-चारिका आयोजन किया जा रहा है। शनिवार को ग्वालियर की पद्मजा विश्वरूप ने विचित्र वीणा वादन से कार्यक्रम का आगाज किया। विश्वरूप भारत के उन गिने चुने महिला संगीतज्ञों में हैं जो इस दुर्लभ वाद्य में ध्रुपद जैसी कठिन विधा को प्रस्तुत करती हैं। वह विश्वविख्यात उस्ताद ज्या फरिदुद्दिन डागर की शिष्या रही हैं। उन्होंने राग भिन्ना शडज का चयन करते हुए वीणा वादन की गम्भीर अलाप से शुरुआत की। यह प्रस्तुति 7 मात्रा की तीव्रा ताल में रही। उनके वादन में स्वर श्रुतियों का एक खास स्थान है। संगीत स्वरों की स्थिरता एवं मधुरता का बहुत ही वर्चस्व दिखा। वादन को आगे बढ़ाते हुए लयात्मक जोड़ एवं द्रुत गति के झाला बजाकर इस कठिन वाद्य पर अपने नियंत्रण का बख़ूबी परिचय दिया। उनके साथ पखवाज पर बड़ोदा के धवल मिस्त्री ने पखवाज बोलों से संगत दी।

संध्या को मिठास भरे सुरों से भर दिया
कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए बेंगलूरु की ख्याल गायिका चैत्रा सोनटक्के ने राग कौशिक कन्नड़ में विलंबित एक ताल का चयन करते हुए संध्या को अपने मिठास से भरे सुरों से भर दिया। जिसके बोल 'राजन के सिर ताज राम चंद्रा, सब ही करे वंद...Ó ये रहे। इसी राग को पूरा स्वरूप देते हुए द्रुत छोटा ख्याल तीन ताल में 'कहे करत मो से वर जोई..Ó में प्रस्तुत किया। उन्होंने आगे एक बहुत ही ख़ूबसूरत 14 राग से बनी राग माला की ्रप्रस्तुति दी, जो स्वर चारिका से यह संगीत सभा के लिए 14 राग से सजी एक माला अर्पण है। तबला पर संगत मनोज पाटीदार एवं हारमोनियम पर इंदौर की रचना शर्मा ने संगत दी।

क्राफ्ट में लगे 10 से हैंडमेड स्टॉल
वहीं बैठक द आर्ट हाउस में क्राफ्ट एग्जीबिशन का आयोजन भी किया जा रहा है। यहां देश के राज्यों से आई महिला शिल्पकार अपने आर्ट वर्क लेकर आई हैं। इस दौरान कुल हैंडमेड 10 स्टॉल लगाए गए हैं। इसमें गोबर, बियर बॉडल और शॉस की बॉटलों आदि वेस्ट मटेरियल का इस्तेमाल किया गया है। सोनी ने यहां बॉटलों में जरी वर्क कर डेकोरिटिव आइटम्स तैयार किए हैं। जिसे आप अपने घर की सुंदरता को बढ़ा सकते हैं।

30 पेंटर के 40 आर्ट वर्क
वहीं यहां पेंटिंग एग्जीबिशन भी लगाई गई। इसमें 30 पेंटर्स के 40 आर्टवर्क हैं। इस दौरान पेंटर्स ने फ्री थीम्स पर पेंटिंग तैयार की है। उन्होंने अपनी अभिव्यक्ति को अपने-अपने नजरिए से कैनवास पर उकेरा है। यहां रश्मि दुबे ने हंगर थीम पर एक पेंटिंग बनाई है। जिसमें एक मां और बेटा है जो भूख से ब्याकुल एक कटोरा लेकर बैठे हैं, वे इंतजार कर रहे हैं कि कोई आए और उनकी भूख को शांत करे। इसमें आर्टिस्टि ने गरीबी और अमीर की दूरियों को दिखाने की कोशिश की है।