आज जब अफसर अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूल में पढ़ा रहे हैं, वहीं स्कूल शिक्षा विभाग में आयुक्त व आईएएस अफसर नीरज दुबे अलग हैं। वे खुद सरकारी स्कूल में पढ़े ही, अपने बेटे को भी सरकारी स्कूल में पढ़ाया। दुबे ने बताया, कक्षा तीसरी से उन्होंने शुजालपुर के सरकारी स्कूल से पढ़ाई शुरू की थी। तब स्कूल में आज जैसी सुविधाएं नहीं थी। उन्होंने कहा, मैं अपना पुराना स्कूल देखने जाऊंगा। अब उस स्कूल की स्थिति बेहतर है। दुबे के मुताबिक सरकारी स्कूलों में आज भी प्रशिक्षित,योग्य शिक्षक मौजूद हैं। अब प्रयास है कि प्रदेश के सभी स्कूलों के अपने भवन हों, शिक्षकों की कमी दूर हो।