भोपाल

अब ई-रिक्शा के लिए लागू होगी नई व्यवस्था, नियम तोड़ने पर होगी कार्रवाई

MP News: राजधानी भोपाल में यातायात करीब 12 हजार ई-रिक्शा बड़ी समस्या है। इनके व्यवस्थित संचालन के लिए ट्रैफिक पुलिस ने नई व्यवस्था बनायी है। कलर कोड , क्यूआर कोड और डिवीजन के आधार पर इनके लिए नए रूट तय होंगे।

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Jun 24, 2025
new system will be implemented for e-rickshaws (फोटो सोर्स : पत्रिका)

MP News: राजधानी भोपाल में यातायात करीब 12 हजार ई-रिक्शा बड़ी समस्या है। इनके व्यवस्थित संचालन के लिए ट्रैफिक पुलिस ने नई व्यवस्था बनायी है। कलर कोड , क्यूआर कोड और डिवीजन के आधार पर इनके लिए नए रूट तय होंगे। ई-रिक्शा को आवासीय कॉलोनियों और उनसे जुडऩे वाली गलियों में ही चलने की अनुमति होगी।

नई पॉलिसी में यह होगा

ई-रिक्शा के संचालन की नई पॉलिसी में रजिस्ट्रेशन और परमिट अनिवार्य होगा, कलर कोडिंग और जोनिंग व्यवस्था लागू होगी। शहर को विभिन्न जोन में विभाजित किया जाएगा। प्रत्येक जोन के लिए एक विशिष्ट रंग कोड निर्धारित होगा।

इस पहल का उद्देश्य

● यातायात भीड़ को कम करना

● विशिष्ट और प्रमुख मार्गों पर ई-रिक्शा की आवाजाही प्रतिबंधित करना

● ई-रिक्शा के लिए प्रतिबंधित मार्ग

● वीआइपी रोड, श्यामला हिल्स का वीआइपी इलाका, 10 नंबर मार्केट और न्यू मार्केट

कलर कोड प्रणाली

ई-रिक्शा को उनके निर्धारित मार्गों को दर्शाने के लिए रंगीन स्टिकर या पट्टियां आवंटित की जाएंगी। यह प्रणाली दिल्ली जैसे शहरों में पहले से ही लागू है।

जोन डिवीजन

● शहर को जोन में विभाजित कर,ई-रिक्शा को विशिष्ट जोन और मार्गों पर चलने के लिए निर्धारित किया जाएगा।

समान वितरण: मार्गों को इस तरह से परिभाषित किया जाएगा कि प्रत्येक निर्धारित जोन में लगभग समान संख्या में ई-रिक्शा चलें।

स्थान-आधारित आवंटन: चालकों को विशिष्ट कलर कोड या स्टिकर आवंटित किए जाएंगे।

प्रवर्तन: नियमों का उल्लंघन करने और निर्धारित मार्गों के बाहर चलने वाले चालकों पर कार्रवाई की जाएगी।

वर्तमान स्थिति और परामर्श: 27 तारीख को होने वाली बैठक में अंतिम रूप देंगे। अजय वाजपेयी एसीपी ट्रैफिक योजना का नेतृत्व कर रहे हैं।

बैठक में यह थे शामिल

सोमवार को पुराने कंट्रोल रूम में इसको लेकर बैठक आयोजित की गई। इसमें यातायात के साथ ही परिवहन विभाग, जिला प्रशासन और नगर निगम के अधिकारी शामिल हुए। इससे पहले शुक्रवार को ई-रिक्शा चालकों के साथ बैठक हुई थी, ताकि मार्गों को अंतिम रूप देने से पहले उनके सुझाव और आपत्तियां ली जा सकें। योजना को अंतिम रूप देने से पहले उनके सुझावों को प्राथमिकता दी जाएगी ताकि भविष्य में कोई मतभेद न हो।

Published on:
24 Jun 2025 08:43 am
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