होगा अस्पताल का कायाकल्प, पहले चरण में 68 लाख होंगे खर्च
भोपाल. जेपी अस्पताल में डायलिसिस यूनिट से लेकर कई क्षेत्रों में छत से पानी टपक रहा है। जगह-जगह अंधेरा रहता है। अस्पताल कंपाउंड के टाइल्स टूट गए हैं। कई पुराने जमाने के पंखे लगे हुए हैं। इसके अलावा कई कमियों को एनएचएम के अधीक्षण यंत्री आरके गर्ग ने सिविल सर्जन डॉ. राकेश श्रीवास्तव के साथ शनिवार को अस्पताल के निरीक्षण के दौरान चिन्हित किया है। जिन्हें 68 लाख रुपए से सुधारा जाएगा। दरअसल, हाल ही में जेपी अस्पताल को सुविधा संपन्न बनाने की दिशा में टेंडर किया गया। यह पहला मौका है जब जिला अस्पताल का मेंटेनेंस पीडब्लू की जगह एनएचएम करने जा रहा है। 68 लाख के बजट के बाद जो कमियां बचेंगी, उन्हें अस्पताल के मेंटेनेंस फंड से दूसरे चरण में किया जाएगा।
9 लाख से बनेगा जिरियाट्रिक वार्ड
बुजुर्गों के लिए बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के लिए जेपी अस्पताल में जिरियाट्रिक वार्ड तैयार किया जाएगा। जिसमें 10 बेड होंगे। इसमें हर बेड पर मॉनिटरिंग उपकरण के साथ अन्य सुविधाएं भी होंगी। जेपी अस्पताल के अधीक्षक डॉ. राकेश श्रीवास्तव ने बताया कि इसे बुजुर्गों की सहूलियतों को देखते हुए बनाया जा रहा। यह वार्ड संपूर्ण सुविधाओं के साथ जल्द ही शुरू हो जाएगा।
यह कमियां मिली, जिन्हें सुधारा जाएगा
- अस्पताल के दो भर्ती वार्ड को नए जमाने के हिसाब से अपडेट किया जाएगा।
- डिजिटल एक्सरे, फीजियोथेरैपी व सिविल सर्जन कक्ष में सुधार किया जाएगा।
- अस्पताल के रेडियोलॉजी कंपाउंड में बैठने से लेकर लाइट की व्यवस्था की जाएगी। अंधेरा छाया रहता है।
- ड्रेनेज सिस्टम को सुधारा जाएगा। वार्ड, शौचालय आदि में भी सफाई व्यवस्था व अन्य इंतजाम नाकाफी हैं।
- छत रिपेयर होगी, जिससे सीलन को रोका जाके। अभी जगह जगह छत से पानी टपकता रहता है।
- बाथरूम में टूटे नल, रेलिंग, फर्श व अन्य चीजें भी सुधारी जाएंगी।
- अस्पताल में साइन बोर्ड लगाए जाएंगे। साथ ही मरीजों व परिजनों के बैठने की व्यवस्था सुधारी जाएगी
वर्जन
अस्पताल के पूरे मेंटेनेंस के लिए एनएचएम के अधीक्षण यंत्री ने अस्पताल का निरीक्षण किया है। जल्द ही पूरे अस्पताल का संपूर्ण कायाकल्प होगा।
-डॉ राकेश श्रीवास्तव, अधिक्षक, जेपी अस्पताल
9 लाख से बनेगा जिरियाट्रिक वार्ड
बुजुर्गों के लिए बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के लिए जेपी अस्पताल में जिरियाट्रिक वार्ड तैयार किया जाएगा। जिसमें 10 बेड होंगे। इसमें हर बेड पर मॉनिटरिंग उपकरण के साथ अन्य सुविधाएं भी होंगी। जेपी अस्पताल के अधीक्षक डॉ. राकेश श्रीवास्तव ने बताया कि इसे बुजुर्गों की सहूलियतों को देखते हुए बनाया जा रहा। यह वार्ड संपूर्ण सुविधाओं के साथ जल्द ही शुरू हो जाएगा।
यह कमियां मिली, जिन्हें सुधारा जाएगा
- अस्पताल के दो भर्ती वार्ड को नए जमाने के हिसाब से अपडेट किया जाएगा।
- डिजिटल एक्सरे, फीजियोथेरैपी व सिविल सर्जन कक्ष में सुधार किया जाएगा।
- अस्पताल के रेडियोलॉजी कंपाउंड में बैठने से लेकर लाइट की व्यवस्था की जाएगी। अंधेरा छाया रहता है।
- ड्रेनेज सिस्टम को सुधारा जाएगा। वार्ड, शौचालय आदि में भी सफाई व्यवस्था व अन्य इंतजाम नाकाफी हैं।
- छत रिपेयर होगी, जिससे सीलन को रोका जाके। अभी जगह जगह छत से पानी टपकता रहता है।
- बाथरूम में टूटे नल, रेलिंग, फर्श व अन्य चीजें भी सुधारी जाएंगी।
- अस्पताल में साइन बोर्ड लगाए जाएंगे। साथ ही मरीजों व परिजनों के बैठने की व्यवस्था सुधारी जाएगी
वर्जन
अस्पताल के पूरे मेंटेनेंस के लिए एनएचएम के अधीक्षण यंत्री ने अस्पताल का निरीक्षण किया है। जल्द ही पूरे अस्पताल का संपूर्ण कायाकल्प होगा।
-डॉ राकेश श्रीवास्तव, अधिक्षक, जेपी अस्पताल