यह कहानी है कश्मीर के एनआईटी श्रीनगर में पढ़ रहे मध्य प्रदेश के विद्यार्थियों की। एनआईटी श्रीनगर में फंसे मध्य प्रदेश के विद्यार्थियों से पत्रिका ने फोन पर चर्चा की। विद्यार्थियों ने बताया कि मप्र के विभिन्न जिलों जिलों के दो दर्जन से अधिक विद्यार्थी मौजूद हैं। एनआईटी में लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं। मप्र के छात्र यहां इतने खौफजदा हैं कि अपनी पहचान सार्वजनिक करने से डर रहे हैं। अभिभावक जल्द से जल्द घर वापस आने को कह रहे हैं। लेकिन, विद्यार्थी एडमिनिस्ट्रेशन के सामने लाचार हैं। उन्हें सुरक्षा नहीं दी जा रही है और बाहर से धमकी मिल रही है। छात्रों को इस बात की भी निराशा है कि मध्य प्रदेश सरकार की ओर से किसी प्रकार का संदेश अब तक नहीं मिला। उन्होंने सीएम से चर्चा करने की लगातार कोशिश की लेकिन कोई रिस्पॉन्स नहीं मिल रहा है।
इनका कहना है...
मैं मध्यप्रदेश का रहने वाला हूं। गैर-कश्मीरी एक भी छात्र क्लास में नहीं जा रहा है। इसे जेल बना रखा है। अन्य राज्यों की सरकारों के कमेंट्स सुनने को मिले हैं, लेकिन मध्य प्रदेश सरकार से कोई भी संदेश नहीं आया।
-अनुज त्रिपाठी, (परिवर्तित नाम)
यहां कुछ भी नॉर्मल नहीं हुआ है। यहां दो हजार गैर-कश्मीरी छात्र हैं। मीडिया को गलत जानकारी दी जा रही है। छात्रों से फॉर्म भरवा लिए हैं कि संस्थान के बाहर कोई घटना होती है तो इसके लिए छात्र ही जिम्मेदार होगा।
-विवेक राठौर, (परिवर्तित नाम)
हम लोग आना चाहते हैं। प्लीज मदद कीजिए। आने पर रोक लगी हुई है। कैम्पस के बाहर स्थिति खराब है। यहां एंटी इंडियन एक्टिविटी चल रही हैं, धमकी मिल रही है। हमने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री से बात करने की कोशिश की थी लेकिन संपर्क नहीं हो सका।
-अशोक द्विवेदी, (परिवर्तित नाम)