भोपाल करीब 3 दशकों से भाजपा का गढ़ बना हुआ है, वहीं इस बार यहां कांग्रेस की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह चुनाव में हैं तो वहीं भाजपा की ओर से प्रज्ञा सिंह ठाकुर मैदान में उन्हें चुनौती दे रही हैं।
वहीं सूचना आ रही है कि आम चुनाव के बीच ही कांग्रेस की न्याय योजना के नाम पर गोविंदपुरा विधानसभा के आदर्श नगर में लोगों की रसीदें बनवाने का काम शुरू कर दिया गया।
शिवराज सिंह चौहान के भाई और चाचा के लड़के का कर्ज माफ! : वहीं दूसरी ओर मध्य प्रदेश में किसान कर्जमाफी को लेकर सियासत तेज हो गई है। सूबे की विपक्षी पार्टी बीजेपी (BJP) जहां किसानों का कर्जमाफी नहीं होने का दावा कर रही है तो वहीं कांग्रेस (Congress) आंकड़े पेश कर कर्जमाफी के दावे को पुख्ता करने की कोशिश में है।
मौके पर कोई नहीं मिला, लेकिन लोगों से भरवाई जा रही रसीदें मिली…
वहीं गोविंदपुरा विधानसभा के आदर्श नगर में भरवाई जा रही रसीदों के मामले में चर्चा है कि भोपाल में न्याय योजना के फॉर्म के लिए एक हजार रसीदें छपवाई गई हैं। इसमें नाम, पिता और पति का नाम, आधार नंबर, बैंक खाता नंबर लिखा है।
कलेक्टर ने शिकायत की जांच के लिए एसडीएम एमपी नगर राजेश गुप्ता को निर्देश दिए थे। एसडीएम ने एसएसटी को मौके पर भेजा, जहां कोई नहीं मिला। हालांकि टीम को लोगों से भरवाई जा रही रसीदें मिली हैं।
वहीं जानकारों के अनुसार इस तरह के कार्य किसी योजना का हिस्सा भी हो सकते हैं। जिसके तहत कोई या तो कांग्रेस को बढ़ावा देने के लिए या कांग्रेस पर आचार संहिता का उल्लंघन के आरोप के लिए उपयोग में ला सकता है।
वहीं सामने आ रही सूचना के अनुसार शिकायत के बाद भोपाल में मौके पर पहुंची टीम को स्थानीय रहवासियों ने बताया कि कुछ लोग कॉले रंग की स्कॉर्पियों से आए थे और रसीदें भरवा रहे थे।
प्रधानमंत्री ने भी किया था आगाह: 6 मई को ग्वालियर में प्रधानमंत्री मोदी ग्वालियर में आयोजित सभा में इस तरह के फॉर्म कांग्रेस द्वारा भरवाए जाने की बात कही थी।
मोदी ने कहा था कि राजस्थान और गुजरात में कांग्रेस के लोग फॉर्म भरवा रहे हैं, वे दावे के साथ कह रहे हैं कि कांग्रेस मध्यप्रदेश में भी इस तरह के फॉर्म जरूर भरवा रही होगी। बुधवार को भोपाल में मामला सामने आ गया।
इधर, शिवराज का ये बयान कांग्रेस के लिए बना मुसीबत!
वहीं दूसरी ओर मध्य प्रदेश में किसान कर्जमाफी को लेकर सियासत तेज हो गई है। सूबे की विपक्षी पार्टी बीजेपी (BJP) जहां किसानों का कर्जमाफी नहीं होने का दावा कर रही है तो वहीं कांग्रेस (Congress) आंकड़े पेश कर कर्जमाफी के दावे को पुख्ता करने की कोशिश में है।
वहीं कांग्रेस अपनी लिस्ट के जरिये ये भी बता रही है कि शिवराज सिंह चौहान के भाई रोहित सिंह और चाचा के बेटे निरंजन सिंह का भी कर्ज माफ हुआ है।
जिस पर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक बार फिर किसान कर्ज माफी पर सवाल उठाते हुए कहा कि उनके भाई रोहित सिंह ने कर्ज माफी का आवेदन ही नहीं किया था, फिर भी कर्ज माफ कर दिया गया, यह साजिश है। मुख्यमत्री कमलनाथ बताएं कि, उनके (चौहान) परिवार पर इतनी मेहरबानी क्यों?
दरअसल कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने बुधवार को ग्वालियर की सभा में शिवराज सिंह चौहान के भाई रोहित सिंह और रिश्तेदार का कर्ज माफ किए जाने की बात कही थी।
इसका जवाब देते हुए चौहान ने गुरुवार को कांग्रेस व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamal Nath) से सवाल करते हुए कहा, ‘मेरे परिवार पर इतनी मेहरबानी क्यों हो रही? मेरे भाई रोहित सिंह चौहान ने कर्जमाफी का आवेदन ही नहीं किया. इसके साथ ही वे आयकर दाता हैं, फिर भी कर्ज माफी का दावा किया जा रहा है। यह साजिश का हिस्सा है।’
शिवराज ने अपने गांव जैत के किसानों की सूची के आधार पर बताया कि, ‘पंचायत की सूची में इस बात का साफ उल्लेख है कि रोहित सिंह चौहान ने कर्ज माफी के लिए आवेदन ही नहीं किया, साथ ही वे आयकरदाता हैं। सरकार की नीति के अनुसार, आयकरदाता किसान का कर्ज माफ ही नहीं किया जा सकता।’
चौहान ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि, ‘वचन पत्र में किसानों का दो लाख रुपये तक का कर्ज माफ किए जाने की बात कही थी अब कांग्रेस अपने वादे से मुकर गई है और सिर्फ फसल कर्ज माफी की बात करने लगी है।’
मालूम हो कि, राज्य सरकार ने किसान कर्जमाफी के लिए तीन रंग के अलग-अलग आवेदन किसानों से मांगे थे। किसानों ने पंचायतों में अपने आवेदन जमा किए थे। उसी के आधार पर सरकार ने दावा किया था कि राज्य में 55 लाख किसानों पर कर्ज है। इनमें से 21 लाख किसानों का दो लाख रुपए तक का कर्ज माफ किया जा चुका हैं।