
देश की सबसे पुरानी कोबाल्ट मशीन हुई बंद, महिला अफसर ने जताई हैरानी
भोपाल. भोपाल संभाग आयुक्त कल्पना श्रीवास्तव ने बुधवार को गांधी मेडिकल कॉलेज के रेडियोलॉजी विभाग का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्हें कैंसर की सिंकाई के लिए कोबाल्ट मशीन और ब्रेकीथैरेपी मशीन बंद मिली। इस पर उन्होंने कॉलेज अधिकारियों से पूछा कि यह मशीनें बंद क्यों हैं, तो उन्हें बताया गया कि दोनों मशीनें आउट डेटेड हैं, जिन्हें कंपनी ने बनाना बंद कर दिया है। कंपनी इनका मेंटेनेंस भी नहीं करती। इस पर उन्होंने विभाग को लीनियर एक्सीलरेटर खरीदने के लिए प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए।
80 लाख रुपए का आता है सोर्स
मालूम हो कि जीएमसी में कैंसर मरीजों की सिकाई के लिए लगी कोबाल्ट मशीन हमेशा के लिए बंद हो गई है। यह मशीन 36 साल पुरानी है। यह देश की सबसे पुरानी कोबाल्ट मशीन है, जो अभी तक चल रही थी। इससे अब तक तीन लाख से ज्यादा कैंसर के मरीजों की सिंकाई की जा चुकी है। इस मशीन के लिए 80 लाख रुपए का सोर्स आता है जो 10 साल तक चलता है। इतने साल मशीन चलेगी नहीं इसलिए अब सोर्स भी नहीं मंगाया जा रहा है।
पुराने बंकर में ही लग जाएगी नई मशीन
कमिश्नर को बताया गया कि हमीदिया अस्पताल में 45 साल पुराना बंकर बना हुआ है। यहां लीनियर एक्सीलरेटर लगाया जा सकता है। चिकित्सकों का कहना था कि नए सिरे से बंकर बनाने और उसमें मशीन के इंस्टॉलेशन में दो साल से Óयादा का समय लग जाएगा। इस बंकर में मशीन लगाने से दो साल का समय बच जाएगा। इस पर उन्होंने प्रस्ताव बनाने को कहा।
Published on:
13 Feb 2020 01:22 am
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