प्रदर्शन के दौरान राकेश सिंह ने कहा कि कानून व्यवस्था ध्वस्त है। कांग्रेस की सरकार अहंकार में चूर है। कल तक जो बंटाढार थे, आज वह कर्णधार हो गए। आरोप लगाया कि किसानों की सूची दिल्ली नहीं भेज रहे क्योंकि मोदी की सरकार उनके खातों में पैसे डालने वाले हैं।
संजर, सारंग और रामेश्वर ने ७७ दिन की कांग्रेस सरकार को कपट और कलंक नाथ की सरकार कहा। विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि चाचा नेहरु के कारण कश्मीर विवाद है, पाकिस्तान की समस्या है। वहीं, विश्वास सारंग ने कहा कि कांग्रेस सरकार के मंत्रियों को अहंकार चढ़ गया है, वह धमकियां दे रहे हैं।
कांग्रेस को वोट से पाकिस्तान को बम से निपटाएंगे रामेश्वर ने कहा कि कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में वोट से और पाकिस्तान को बम से निपटाएंगे। आलोक संजर ने कहा कि १५ साल से भूखे लोगों ने ट्रांसफर उद्योग खोल लिया है। जो ज्यादा पैसा देता है, उसका ट्रांसफर कर दिया। कम देने वाले का भी खा गए और ज्यादा देने वाले का भी खा गए।
वहीं, सारंग ने कहा कि मेरे क्षेत्र के सभी पप्पू नाम वाले लोगों ने कहा कि भैया हमारा नाम बदल दो या पप्पू कहना बंद कर दो। यह तबादला सरकार है, दिन में तीन बार एक ही अफसर का तबादला होता है। दस हजार ट्रांसफर हो चुके हैं।
दिन- शनिवार, समय- 1.34 बजे दोपहर दृश्य- १ धरना-प्रदर्शन स्थल से पैदल और ट्रैक्टर-ट्रॉली व कुछ गाडि़यों से कलेक्टर कार्यालय की तरफ भाजपा पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने कूच किया। कलेक्टर कार्यालय के गेट पर पहुंचकर जमकर नारेबाजी की। कोई कांग्रेस हाय-हाय करते नजर आया तो कोई मोदी की जयकार कर रहा था। महिलाएं मोदी के नारे लगाते रही। युवा कार्यकर्ताओं ने कलेक्टर परिसर के अंदर पहुंचकर बैरिकेड के पास धक्कामुक्की शुरु कर दी। यहां पुलिस की व्यवस्था मुस्तैद थी। करीब आधे घंटे तक जमकर नारेबाजी होती रही।
दृश्य-२ राकेश सिंह, सारंग, संजर, रामेश्वर, खत्री सभी एक ट्रैक्टर में सवार थे। कलेक्टर गेट के सामने बीआरटीएस कोरिडोर में ही ट्रैक्टर रोक कर आधे घंटे तक नारेबाजी की। आधे लोग सडक़ पर प्रदर्शन करते रहे। आधे परिसर के अंदर हंगामेदार नारेबाजी करते रहे। काफी देर तक प्रशासन की तरफ से कोई नहीं आया तो रामेश्वर शर्मा परिसर के अंदर पहुंचे। उन्होंने प्रशासन को बुलाया। एडीएम जेपी सचान ने ट्रैक्टर पर पहुंचकर बात की। इसी बीच दो एंबुलेंस आ गई, दोनों को बिना किसी व्यवधान के निकाला गया।
दृश्य-३ जेपी सचान ने प्रदर्शनकारियों की बात मान ली। इसके बाद भी हंगामा और प्रदर्शन-नारेबाजी होती रही। पुलिस-प्रशासन शांति से व्यवस्था संभालते रहा। कुछ देर बाद सारंग, संजर व राकेश सिंह भी कलेक्टर परिसर के अंदर पहुंच गए। यहां करीब १५ मिनट तक नारेबाजी और आपस में धक्का मुक्की करते रहे। एडीएम सचान बात सुनकर कार्यालय के लिए जा चुके थे। सारंग, रामेश्वर ने मांग की कि गिरफ्तारी करो।
पुलिस-प्रशासन ने शांति से काम लिया। किसी को हताहत नहीं किया और न ही कोई डंडे आदि का इस्तेमाल किया। इसे देखकर प्रदर्शनकारी और उग्र हो गए। राकेश सिंह व संजर, सारंग को कंधो पर उठाकर बैरिकेड पार करवाने का प्रयास करते रहे। इधर, प्रशासन व पुलिस इसे फोटो सेशन बताकर प्रदर्शन का लुत्फ उठाते रहे। मौके पर नार्थ एसपी हेमंत चौहान भी थे। उन्हें भी सारंग व रामेश्वर ने कहा कि गिरफ्तार करें।
दृश्य-४ जब प्रशासन ने किसी को गिरफ्तार नहीं किया तो सारंग-रामेश्वर ने एक बार फिर एडीएम जेपी सचान को बुलाकर बात की। कहा कि माइक से घोषणा की जाए कि कितनों को गिरफ्तार किया गया। इस पर एडीएम ने घोषणा कि की सभी को गिरफ्तार कर लिया गया है और निजी मुचलके पर छोड़ दिया गया। एडीएम ने मीडिया को बताया कि ओपन जेल बनाकर सभी को गिरफ्तार कर मुचलके पर छोड़ दिया गया। जब उनसे पूछा कि कितने लोगों की गिरफ्तारी की तो कहा कि बहुत लोग हैं।