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पीपुल्स अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से हड़कंप

परिजनों का आरोप तडपते रहे मरीज, 13 मरीजों की मौत की सूचनाएं पर प्रबंधन ने किया इनकार

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रात 3.30 पर कम हो गया था फ्लो, सुबह 10 बजे पहुंचा टैंकर

भोपाल. ऑक्सीजन की कमी लगातार परेशानी का कारण बना हुआ है। रविवार रात आक्सीजन की कमी से पीपुल्स अस्पताल में हडकंप की स्थिति रही। परिजनों ने आरोप लगाया कि आक्सीजन खत्म होने से मरीज रात भर तडतपे रहे। आक्सीजन की कमी से यहां 13 मौतों की सूचनाएं भी चलती रहीं लेकिन न ही जिला प्रशासन ने और न ही अस्पताल प्रबंधन ने इसकी पुष्टि की। आक्सीजन खत्म होने से गुस्साए परिजनों ने सुबह यहां हंगामा भी किया। अस्पताल में हालात संभालने के लिए पुलिस बुलानी पड़ी। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही भोपाल के निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी से छह कोरोना मरीजों की मौत हो गई थी।

जानकारी के अनुसार पिपुल्स हॉस्पिटल में रविवार रात 3.30 बजे ऑक्सीजन की कमी के चलते मरीजों को दी जा रही गैस का फ्लो कम हो गया। इस दौरान आइसीयू में भर्ती 60 मरीजों की सांसें ऊपर-नीचे होती रहीं। कुछ मरीजों ने तत्काल परिजनों को फोन लगाकर अस्पताल की स्थिति बताई, तो कोई कुछ परिजन ऑक्सीजन का सिलेंडर तक बाहर से ले आए थे, लेकिन उनको मना कर दिया। अस्पताल में भर्ती अपने परिजन की एक झलक पाने के लिए परिजन अस्पताल स्टाफ से मिन्नतें करते रहे, लेकिन किसी को मिलने नहीं दिया गया। इस पर अस्पताल में हंगामा शुरू हो गया। परिजनों ने ऑक्सीजन की कमी के चलते मौत होने का आरोप लगाया है। मौके पर एसडीएम गोविंदपुरा मनोज वर्मा और पुलिस बल भी पहुंच गया। इस मामले में अस्पताल प्रबंधन से सफाई दी है कि ऑक्सीजन की कमी से मौत नहीं हुई। कलेक्टर ने भी ऑक्सीजन की कमी से मौत होने की बात को गलत बताया है।

प्रत्यक्षदर्शी का दावा - मेरे सामने ही 8 मरे
प्रगति नगर निवासी वीर सिंह चौहान ने बताया कि उनके परिजन लाखन सिंह चौहान मंडीदीप में रहते थे। चार दिन से अस्पताल में भर्ती थे। सुबह 6 बजे बताया कि ऑक्सीजन खत्म हो गई है। उनके देखते ही देखते 8 लोग मर गए। इसके बाद हमें बाहर भगा दिया। सरकार कुछ नहीं कर रही, जिसके घर का व्यक्ति जाता है उसी को पता चलता है दर्द क्या होता है।


ऑक्सीजन का फ्लो कम हुआ था, प्रबंधन ने तत्काल बैकअप ले लिया, सिलेंडर भी लगा दिए थे। ऑक्सीजन की कमी से मौत नहीं हुई। ये गलत जानकारी दी जा रही है।
- अविनाश लवानिया, कलेक्टर


ऑक्सीजन की कमी हुई ये बात सही है, लेकिन इससे मौत को जोडऩा गलत है। 350 मरीज अस्पताल में एडमिट हैं, रोजाना इतने मरीजों की डेथ होती है।
- डॉक्टर राजेश कपूर, वीसी, पीपुल्स मेडिकल यूनिवर्सिटी


हमारे यहां 60 मरीज वेंटिलेटर पर हैं, अगर ऑक्सीजन कम होती तो सभी को परेशानी होती। जिनकी डैथ हुई है उनका ऑक्सीजन की कमी से कोई लेना देना नहीं है।
डॉक्टर अनिल दीक्षित, पीपुल्स हॉस्पिटल