यह एक ऐसा आयुर्वेदिक उपचार है, जो एक शिशु से लेकर बुजुर्गों तक पर कारगर होगा। आज के दौर में बदलती दिनचर्या में लोगों को सुकून और सेहत की तलाश है। इसकी मांग देश में ही नहीं बल्कि विदेश में भी है। इसलिए इस कोर्स को शुरू करना इस क्षेत्र में बच्चों को कॅरियर के सुनहरे अवसर देने जैसा है। डॉ. सुरेश बताते हैं कि इस कोर्स के माध्यम से रोजगार के अवसर मिलेंगे। एक साल के इस कोर्स की फीस 10 हजार रुपए है।