नई योजना शुक्रवार से ही अमल में लाई जाएगी। इसमें राज्य के अनुबंधित निजी अस्पतालों में गरीब, आम आदमी और मध्यमवर्गीय परिवार के लोगों को कोरोना का मुफ्त इलाज मिलेगा। योजना के क्रियान्वयन के लिए आयुष्मान भारत योजना (ayushman bharat yojna) पर निजी अस्पतालों को सरकार विशेष पैकेज देगी।
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा, योजना का ड्राफ्ट तैयार कर लिया है। आयुष्मान भारत योजना में अभी मध्यप्रदेश के 328 निजी अस्पताल संबद्ध हैं। इनमें 23 हजार 946 बेड्स उपलब्ध हैं। सरकार ने आयुष्मान योजना के तहत 68 निजी अस्पतालों को छह महीने के लिए संबद्ध कर लिया है।
पैकेज की दरें 40 प्रतिशत बढ़ाई
राज्य सरकार ने अस्पतालों के लिए आयुष्मान भारत पैकेज की दरों को 40 फीसदी तक बढ़ाया है। इन दरों में मरीजों को रूम रेंट, भोजन, जांचें, परामर्श शुल्क और पैरामेडिकल शुल्क आदि सुविधाएं दी जाएंगी।
एक सदस्य का कार्ड तो सबको मिलेगा लाभ
सरकार ने निर्णय लिया है कि आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत यदि परिवार के एक सदस्य के पास भी आयुष्मान कार्ड है तो परिवार के अन्य सदस्यों को भी निजी अस्पतालों में निःशुल्क उपचार की सुविधा मिल सकेगी। कोविड इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती होने पर कलेक्टर उसका आयुष्मान कार्ड बनवाने की व्यवस्था करेंगे।
अस्पतालों में 60 हजार बिस्तर होंगे
प्रदेश में आयुष्मान योजना के हितग्राहियों को कोविड के इलाज के लिए निजी-सरकारी अस्पतालों में 60 हजार 915 बिस्तर उपलब्ध होंगे। कलेक्टरों को अधिकार दिए जाएंगे कि वे जिलों में निजी अस्पतालों को संबद्ध कर सकें।
डायग्नोस्टिक के लिए पांच हजार एडवांस
राज्य सरकार की ओर से योजना के तहत इलाज करवाने वाले प्रत्येक व्यक्ति को एडवांस डायग्नोस्टिक के लिए पांच हजार रुपए दिए जाएंगे। अभी आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत 5 हजार रुपए प्रत्येक पात्र परिवार को दिए जाते हैं।
मुफ्त इलाज के लिए अस्पताल
श्रेणी | सरकारी | निजी अनुबंधित | आयुष्मान में अनुबंधित |
अस्पताल | 403 | 07 | 578 |
सामान्य बेड | 19920 | 920 | 5422 |
आक्सीजन बेड | 13223 | 2243 | 9893 |
आइसीयू-एचडूयी | 4016 | 612 | 4766 |
पत्रिका ने 6 मई के अंक में प्रकाशित की थी यह खबर
शीर्षक से इस मुद्दे को उठाया था। राजस्थान सरकार ने चिरंजीवी योजना के नाम से पांच लाख तक कैशलेस इलाज की सुविधा दी है। इसी तरह मध्यप्रदेश में मुफ्त इलाज की जरूरत को बताती खबर प्रकाशित की थी। इस पर सीएम शिवराज ने तत्काल संज्ञान लिया और योजना का ऐलान कर दिया।